छिंदवाड़ा, 21 सितंबर (वार्ता) मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज एक बार फिर दोहराया कि अनुसूचित जाति-जनजाति अधिनियम में प्रदेश में जांच के बाद ही कार्रवाई होगी।
अपनी जन आशीर्वाद यात्रा के सिलसिले में यहां आए श्री चौहान ने संवाददाताओं से चर्चा के दौरान ये बात कही। इसके पहले कल भी श्री चौहान ने कहा था कि प्रदेश में इस अधिनियम का दुरुपयोग नहीं होगा और बिना जांच के गिरफ़्तारी नहीं होगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी ने कभी भी ललकार या चुनौती की राजनीति नहीं की है। कांग्रेस किस दिशा में राजनीति को ले जाना चाहती है। मध्यप्रदेश शांति का टापू है। हमारे यहां वैचारिक मतभेद रहे, लेकिन मन भेद कभी नहीं रहे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कांग्रेस के दिग्गज नेताओं ने पहले डंपर घोटाला, फिर व्यापमं घोटाला को लेकर उन पर और उनके परिवार पर अनर्गल आरोप लगाए। कांग्रेस के नेता उच्चतम न्यायालय तक पहुंचे, लेकिन जब उन्हें तसल्ली नहीं हुई तो वे कमर के नीचे वार करने लगे। उनकी पत्नी को भी नहीं छोड़ा। गोंदिया के 13 लोगों को भर्ती कराने का अारोप लगाया, जबकि वहां तो क्या महाराष्ट्र से भी एक भी व्यक्ति भर्ती नहीं हुआ है। सरकार ने पूरी ईमानदारी से जांच कराई हार्ड डिस्क में कोई छेड़छाड़ नहीं हुई।
श्री चौहान ने कहा वे एक किसान के बेटे होकर मुख्यमंत्री हैं, यही बात कांग्रेस के बड़े घरानों को रास नहीं आ रही है।
कांग्रेस की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष कमलनाथ द्वारा विकास का 'छिंदवाड़ा मॉडल' बताए जाने संबंधित सवालों पर श्री चौहान ने कहा कि 2003 तक तो 'छोटे भाई दिग्विजय सिंह और बड़े भाई कमलनाथ' ही प्रदेश सरकार चला रहे थे, उस समय बिजली विभाग श्री कमलनाथ ही देखा करते थे, तब क्या स्थिति थी।
संवाददाताओं से चर्चा के दौरान श्री चौहान ने आगामी विधानसभा चुनाव में भाजपा के 200 से ज्यादा सीटें जीतने का दावा किया।
सं सुधीर
वार्ता