राज्यPosted at: Jul 1 2020 9:42PM द्वीप विकास प्राधिकरण की तीसरी बैठक संपन्न, पिरोटन टापू बनेगा पर्यटन आकर्षणगांधीनगर, 01 जुलाई (वार्ता) गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी की अध्यक्षता में आज हुई राज्य द्वीप विकास प्राधिकरण (आइलैंड डेवलपमेंट अथॉरिटी) की तीसरी बैठक में पिरोटन टापू को प्रकृति संबंधित गतिविधियों का पर्यटन आकर्षण का केंद्र बनाने के लिए पर्यावरण अनुकूल तरीके से उसके विकास की मंशा व्यक्त की गई। राज्य सरकार की आधिकारिक विज्ञप्ति के अनुसार बैठक में यह महत्वपूर्ण निर्णय भी लिया गया कि पुरातन सांस्कृतिक धरोहर वाले बेट द्वारका के सर्वग्राही पर्यटन विविधता युक्त विकास के लिए राज्य सरकार बेट द्वारका द्वीप विकास प्राधिकरण का गठन करेगी।राज्य के पिरोटन, शियाल बेट और बेट द्वारका टापुओं के पर्यटन विकास की व्यापक संभावनाओं को प्राथमिक चरण में 108 करोड़ रुपए के खर्च से विकसित करने को लेकर इस बैठक में गहन विचार-विमर्श किया गया। ज्ञातव्य है कि 1600 किलोमीटर लंबे समुद्री तट वाले गुजरात में 144 से अधिक द्वीप भी हैं। केंद्र सरकार की द्वीप विकास नीति के अनुरूप राज्य के द्वीपों- टापूओं के विकास के लिए गुजरात सरकार ने पिछले साल अगस्त महीने में द्वीप विकास प्राधिकरण का गठन किया था। इसका उद्देश्य राष्ट्रीय सुरक्षा को सुनिश्चित करते हुए इन टापूओं पर आर्थिक गतिविधियों और पर्यटन को प्रोत्साहन देना है। मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में हुई प्राधिकरण की तीसरी बैठक में उपमुख्यमंत्री नितिन पटेल, राजस्व मंत्री कौशिक पटेल, पर्यटन मंत्री जवाहर चावड़ा, जलापूर्ति मंत्री कुंवरजी बावलिया तथा गृह राज्य मंत्री प्रदीपसिंह जाडेजा भी उपस्थित थे। पिरोटन टापू पर आने-जाने के लिए समुद्र में ज्वार के दौरान आकार लेनी वाली स्थिति विषयक विभिन्न मुद्दों पर बैठक में विस्तृत प्रस्तुतीकरण किया गया।रजनीशजारी वार्ता