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राज्य


पूर्व मुख्यमंत्री और विदेशमंत्री माधवसिंह सोलंकी पंचतत्व में विलीन

गांधीनगर, 10 जनवरी (वार्ता) गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री, पूर्व विदेश मंत्री और वयोवृद्ध कांग्रेस नेता माधवसिंह सोलंकी का आज शाम अहमदाबाद के पलडी श्मशान गृह में पूर्ण राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार कर दिया गया।
उनका कल गांधीनगर स्थित आवास पर निधन हो गया था। वह 94 वर्ष के थे। गुजरात के चार बार मुख्यमंत्री के अलावा केंद्र में मंत्री भी रह चुके श्री सोलंकी पूर्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष और पूर्व केंद्रीय मंत्री भरतसिंह सोलंकी के पिता थे। पुत्र के विदेश में होने और उनके लौटने की राह देखने के कारण उनका आज अंतिम संस्कार किया गया।
श्री सोलंकी से पार्थिव शरीर को अहमदाबाद के पालडी स्थित कांग्रेस के प्रदेश मुख्यालय में भी कार्यकर्ताओं के अंतिम दर्शन के लिए रखा गया था। पार्टी के प्रदेश प्रभारी राजीव सातव, अध्यक्ष अमित चावड़ा तथा राज्य सभा सांसद शक्तिसिंह गोहिल ने भी उनके अंतिम दर्शन किए।
ज्ञातव्य है कि श्री सोलंकी के मुख्यमंत्रित्वकाल में ही कांग्रेस ने राज्य की 182 सदस्यीय विधानसभा में 149 सीटें जीतने का रिकार्ड बनाया था, जो आज तक राज्य में किसी एक दल के सर्वाधिक सीटें जितने का एक कीर्तिमान है।
उनके निधन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, कांग्रेस अध्यक्ष श्रीमती सोनिया गांधी, नेता राहुल गांधी समेत कई लोगों ने शोक व्यक्त किया था। गुजरात सरकार ने एक दिन के राजकीय शोक की घोषणा की थी।
मध्य गुजरात के आनंद ज़िले के बोरसद के मूल निवासी श्री सोलंकी पहली बार 1977 में मुख्यमंत्री बने थे। राज्य में कांग्रेस के पक्ष में क्षत्रिय, हरिजन, आदिवासी और मुस्लिम का कथित 'खाम' जातीय समीकरण बनाने और इसकी मदद से लम्बे समय तक पार्टी को ज़बरदस्त सफलता दिलाने वाले श्री सोलंकी कुल मिला कर 4 बार मुख्यमंत्री रहे थे। उनका सर्वाधिक समय तक राज्य का मुख्यमंत्री रहने का रिकार्ड बाद में तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी ने तोड़ा था।
सक्रिय राजनीतिक जीवन के दौरान श्री सोलंकी का विवादों से भी चोली दामन का नाता रहा था। 1992 में केंद्र की तत्कालीन नरसिंह राव सरकार में विदेशमंत्री के तौर पर स्विटज़रलैंड के दौरे में कथित बोफ़ोर्स घोटाले के बारे में उनके बयान से ख़ास राजनीतिक बवाल मचा था।
पिछले कई वर्षों से वह यहां अपने आवास पर सादगीपूर्ण जीवन जी रहे थे।
रजनीश
वार्ता
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