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दक्षिण गुजरात के लिए कोरोना वैक्सीन की खेप सड़क मार्ग से सूरत पहुंची

सूरत, 13 जनवरी (वार्ता) गुजरात में कोरोना के टीके की पहली खेप कल हवाई मार्ग से अहमदाबाद पहुंचने के एक दिन बाद आज इसकी दूसरी खेप सड़क मार्ग से सूरत पहुंच गयी।
पुणे स्थित दुनिया के सबसे बड़े टीका निर्माता निजी संस्थान सीरम इंस्टीच्यूट से 93500 कोविशील्ड रश वैक्सीन टीके लेकर सड़क मार्ग से आयी विशेष वैन का स्वास्थ्य राज्य मंत्री कुमार किशोर कानाणी ने औपचारिक स्वागत किया।
पहले चरण में टीकाकरण की प्रक्रिया 16 जनवरी से राज्य भर में 287 केंद्रो पर होगी जिनमे से 22 सूरत शहर में होंगे। आज यहां जो टीके लाए गए हैं उनका इस्तेमाल दक्षिण गुजरात के सूरत, नवसारी, वलसाड, तापी और डांग, इन पांच ज़िलो के लिए किया जाएगा। इन टीकों को यहां सिविल अस्पताल में बनाए गए विशेष संग्रहण स्थल पर रखा गया है।
इससे पहले राज्य के उप मुख्यमंत्री सह स्वास्थ्य मंत्री नितिन पटेल ने कल अहमदाबाद के सरदार वल्लभभाई पटेल अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर सीरम इंस्टीच्यूट से 2 लाख 76 हज़ार कोविशील्ड रश वैक्सीन टीके की पहली खेप लेकर एयर इंडिया की उड़ान से आए दल का स्वागत किया था। इस टीके को सुरक्षित रखने के लिए 2 से 8 डिग्री सेल्सियस का तापमान बनाए रखना ज़रूरी है।
टीकाकरण के पहले चरण में कोरोना योद्धाओं जैसे कि डाक्टर, नर्स, पुलिस, सफ़ाईकर्मी आदि को प्राथमिकता दी जाएगी और यह निशुल्क होगा। ऐसे लोगों की पूरी सूची तैयार कर ली गयी है। मुख्यमंत्री और अन्य राजनीतिक लोग इसके बाद टीका लेंगे। दूसरे चरण में 50 साल से अधिक उम्र के तथा मधुमेह और रक्तचाप जैसे रोगों के किसी भी उम्र के पीड़ितों को टीके दिए जायेंगे।
इसमें कोरोना प्रतिरोधक क्षमता एक महीने के अंतर पर दो डोज़ लेने के 15 दिन बाद पैदा होगी।
ज्ञातव्य है कि पहले चरण में देश भर में तीन करोड़ लोगों को निशुल्क टीकाकरण की केंद्र सरकार की योजना है।
रजनीश
वार्ता
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