राज्यPosted at: Feb 16 2024 9:06PM कैंसर के उपचार के साथ कैंसर ना हो, सजगता की आवश्यकता: राज्यपाल देवव्रतअहमदाबाद, 16 फरवरी (वार्ता) गुजरात के राज्यपाल आचार्य देवव्रत ने शुक्रवार को कहा कि गुजरात कैंसर सोसायटी रोगियों के श्रेष्ठ उपचार, कैंसर विषय में श्रेष्ठ शिक्षण और कैंसर क्षेत्र में श्रेष्ठ संशोधन कर रही है। उपचार के साथ-साथ समाज को भी सजगता रखने की आवश्यकता है जिससे कैंसर ना हो। श्री देवव्रत ने आज अहमदाबाद में गुजरात कैंसर सोसायटी की गवर्निंग काउंसिल और वार्षिक सामान्य सभा में भाग लेते हुए कहा कि हमारे खानपान और जीवनशैली के कारण कैंसर जैसे महारोग का विस्फोट हुआ है। आधुनिक टेक्नोलॉजी, संसाधनों और साधनों की सहायता से गुजरात कैंसर सोसायटी, कैंसर के रोगियों और उनके परिजनों को कम से कम कष्ट हो, इस प्रकार की नि:स्वार्थ भाव से मानवता की बड़ी सेवा कर रही है। मात्र गुजरात ही नहीं, भारतभर के रोगी यहां उपचार का लाभ ले रहे हैं। राज्यपाल ने कहा कि भारत में वर्ष 2022 में कैंसर के 14 लाख से ज्यादा रोगी थे लेकिन वर्ष 2023 में यह आंकड़ा 15 लाख पर पहुंच गया है। इनमें से गुजरात के कैंसर रोगियों की संख्या 73 हजार है। बीमारी के उपचार के साथ-साथ कैंसर ना हो, इसके उपाय भी सोचने होंगे। हम वर्षों से पानी सींच रहे हैं लेकिन वास्तव में जड़ों में पानी देंगे तो वह पत्तों तक पहुंच ही जाएगा। हम अपने खान-पान और जीवनशैली को सुधारेंगे तो कैंसर, डायबिटीज और ब्लडप्रेशर जैसे रोगों से बच सकते हैं। वैज्ञानिक संशोधनों और अभ्यासों के निष्कर्ष का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि अनाज की हाईब्रिड किस्मों और रासायनिक खाद एवं कीटनाशक दवाओं के बहुत ज्यादा उपयोग के कारण हमारे खाद्यान्न में से 45 फीसदी पोषक तत्व गायब हैं। ज्यादा उत्पादन पाने के लालच में हमने पोषक तत्वों को खो दिया है इसलिए जानलेवा रोगों का आक्रमण बढ़ा है। कैंसर के लिए तम्बाकु तो जिम्मेदार है ही, रासायनिक खाद और कीटनाशक दवाइयों के अंधाधुंध उपयोग से हम अपने भोजन में धीमा जहर ले रहे हैं। फास्टफूड और जंकफूड के बढ़ रहे प्रभाव, योग-प्राणायाम के अभाव के कारण हम इसे गम्भीरता से नहीं ले रहे हैं। जैसा अन्न- वैसा मन बनता है। आहार शुद्ध होगा तो तन और मन दोनों शुद्ध और निरोगी रहेंगे। पहले नदी-तालाब और सरोवरों में भरपूर पानी नजर आता था। बाद में पानी के लिए हमने कुएं खोदे और आज बोतलों में पानी ले रहे हैं। अगर इसी तरह चलता रहा तो आनेवाले दिनों में हमको पानी के इंजेक्शन लेने पड़ेंगे। विकास और उत्पादन के नाम पर हम प्रकृति का विनाश कर रहे हैं। आनेवाली पीढ़ी को भारी परेशानी भोगनी होगी। राज्यपाल ने कहा कि शुद्ध अन्न के लिए प्राकृतिक खेती एकमात्र उपाय है। गुजरात में नौ लाख किसान प्राकृतिक खेती करने लगे हैं। उन्होंने सभी से प्राकृतिक उत्पाद उपयोग में लाने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि गुजरात कैंसर सोसायटी प्रधानमंत्री नरेन्द्रभाई मोदी की दूरदर्शिता और पंकजभाई पटेल एवं उनकी टीम के परिश्रम का परिणाम है। गुजरात कैंसर सोसायटी में सुविधाओं के लिए बड़ा दान देने वाले दाताओं सन्दीप इंजीनियर-एस्ट्रल पाइप, राकेशभाई शाह-कंचन फार्मा और जयंतीभाई पटेल-मेघमणी ग्रुप का राज्यपाल ने सम्मान किया। गुजरात कैंसर सोसायटी के अध्यक्ष श्री पंकजभाई पटेल ने कहा कि पिछले छह दशक से सोसायटी कैंसर के रोगियों के उपचार और कैंसर के प्रति जागृति लाने हेतु प्रयत्नशील है। कैंसर निदान शिविर और तत्काल उपचार को ज्यादा प्राथमिकता देकर सोसायटी कैंसर के रोगियों की पीड़ा कम करने का हरसम्भव प्रयास निरंतर कर रही है। उन्होंने कहा कि गुजरात कैंसर अनुसंधान संस्थान, गुजरात कैंसर सोसायटी मेडिकल कॉलेज एवं रिसर्च सेंटर, डॉ. टीबी पटेल ड्रग बैंक एवं कम्युनिटी केन्द्र के माध्यम से गुजरात कैंसर सोसायटी प्रतिवर्ष लगभग आठ लाख ओपीडी रोगियों और 60 हजार इंडोर रोगियों को सेवाएं प्रदान कर रही है। गुजरात कैंसर अनुसंधान संस्थान नये प्रोटोन केन्द्र की योजना बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है। डॉ. टीबी. पटेल ड्रग सेंटर के माध्यम से एक लाख जितने रोगियों को सब्सिडी वाली दवाइयां प्रदान की जा रही हैं। बैठक के आरम्भ में जनरल सेक्रेटरी क्षितिश मदनमोहन ने स्वागत सम्बोधन किया और अंत में गुजरात कैंसर सोसायटी के सेक्रेटरी दिव्येश राडिया ने आभार विधि की।अनिलवार्ता