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लक्ष्मीनारायण देव द्विशताब्दी महोत्सव में देवव्रत रहे उपस्थित

वडताल, 12 नवंबर (वार्ता) गुजरात के राज्यपाल आचार्य देवव्रत राज्य में खेड़ा जिले के लक्ष्मीनारायण देव द्विशताब्दी महोत्सव-वडताल में मंगलवार को उपस्थित रहे।
श्री देवव्रत ने इस अवसर पर आज कहा कि स्वामिनारायण सम्प्रदाय के संतगण भावि पीढ़ी को भारतीय संस्कृति और जीवनमूल्यों के साथ जोड़ने का कार्य कर रहे हैं। धार्मिक, सामाजिक, शैक्षणिक और समाजसेवा के तमाम क्षेत्रों में इनका महत्वपूर्ण योगदान है और आने वाली पीढ़ी के लिए यह प्रेरणादायी बनेगा।
राज्यपाल ने कहा कि स्वामिनारायण सम्प्रदाय के तीर्थधाम समान वडताल धाम पिछले 200 वर्षों से मानवता के कल्याण के लिए समर्पण भाव से कार्य कर रहा है। जनकल्याण का यह अभियान समग्र विश्व में गूंज रहा है। स्वामिनारायण सम्प्रदाय के तीर्थधाम वडताल में आज श्री लक्ष्मीनारायण देव द्विशताब्दी महोत्सव में आज उन्होंने संसार का त्यागकर कठोर जीवन का मार्ग अपनाने वाले 47 नवदीक्षितों को शुभकामनाएं दीं।
स्वामिनारायण सम्प्रदाय ने गुरुकुल परम्परा को जीवंत रखते हुए भारतीय ऋषि-संस्कृति को बचाने का भगीरथ कार्य किया है। इसके लिए अभिनन्दन देते हुए राज्यपाल ने कहा कि गुरुकुल शिक्षण प्रणाली द्वारा संतगण मूल्यनिष्ठ और कर्मठ समाज रचना के लिए समर्पित युवा पीढ़ी तैयार कर रहे हैं। भारतीय संस्कृति समग्र विश्व को अपना परिवार मानती है। हमारे ऋषि-मुनियों ने शास्त्रों और धर्मग्रंथों द्वारा भावि पीढ़ी को जीवन जीने का दर्शन करवाया है। स्वामिनारायण सम्प्रदाय द्वारा युवा पीढ़ी को व्यसनमुक्त और सुसंस्कारी बनाने का महाअभियान चलाया जा रहा है, जो वास्तव में सराहनीय है।
भारतीय संस्कृति आध्यात्मिक रही है और वेद-उपनिषद द्वारा मानवजाति को जीवनदर्शन मिला है। इसका उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि जीवन के परम् उद्देश्य को पाने के लिए भगवान के प्रति समर्पित भाव से भक्ति करने से जीवन में लक्ष्यसिद्धि की प्राप्ति होती है। स्वामिनारायण सम्प्रदाय के संतों ने भारतीय वैदिक परम्परा के चिंतन के साथ प्राणीमात्र के कल्याण का भारतीय संस्कृति का मार्ग समग्र विश्व में प्रशस्त किया है। प्रधानमंत्री नरेन्द्रभाई मोदी हमारी प्राचीन गरिमा, आस्था और विरासत के केन्द्रों को पुन: स्थापित करने का कार्य कर रहे हैं। इसका उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि विकसित और आत्मनिर्भर भारत निर्माण प्रधानमंत्री का संकल्प है। इस संकल्प को साकार करने के लिए हम सभी को योगदान देकर भारत को विश्वगुरु बनाने हेतु प्रतिबद्ध बनना है।
इस अवसर पर संस्था के आचार्य राकेशप्रसाद, टेम्पल समिति के चेयरमेन देवप्रकाश स्वामी, मुख्य कोठारी संतवल्लभदासजी स्वामी, वक्ता संत सर्वश्री ज्ञानजीवन स्वामी, नित्यस्वरूप स्वामी, सत्संग महासभा के प्रमुख नौतम स्वामी, संतों-महंतों सहित देश-विदेश के हरिभक्त, राजनैतिक और सामाजिक अग्रणी भारी संख्या में उपस्थित रहे।
अनिल.संजय
वार्ता
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15 Jan 2025 | 1:48 PM

पटना, 15 जनवरी (वार्ता) बिहार विधानसभा में प्रतिपक्ष और राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के वरिष्ठ नेता तेजस्वी प्रसाद यादव ने आरोप लगाया है कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) प्रमुख मोहन भागवत ने आज़ादी के करोड़ों मतवालों, दीवाने देशभक्तों, असंख्य शहीदों एवं स्वतंत्रता सेनानियों का घोर अपमान किया है।

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