राज्यPosted at: May 27 2017 6:11PM दिव्यांगों को समाज की मुख्य धारा से जोड़ने के लिए सरकार कृतसंकल्पित-गहलोत
जयपुर,27 मई (वार्ता) केन्द्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री थावरचंद गेहलोत ने कहा है कि दिव्यांगों को समाज की मुख्यधारा से जोडने पर बल देते हुये कहा है कि उन्हें और आधुनिक उपकरण उपलब्ध कराने के लिए ब्रिटेन तथा जर्मनी के साथ समझौता किया गया है। श्री गहलोत ने आज नागौर में सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय दिव्यांग सशक्तितकरण विभाग द्वारा आयोजित निःशुल्क सहायक उपकरण वितरण समारोह मे कहा कि सरकार दिव्यांगों को उपकरण उपलब्ध कराने के साथ स्वरोजगार से जोड़ने के लिए भी चार प्रतिशत ब्याज दर पर ऋण उपलब्ध कराकर उन्हें समाज की मुख्य धारा से जोड़नें में जुटी है। उन्होंने कहा कि मंत्रालय द्वारा ऎसे कृत्रिम पैर एवं हाथ बनाए गए है जिसे लगाने के बाद दिव्यांग अपने रोजमर्रा के काम आसानी से कर सकते है। उन्होंने कहा कि देश में गत तीन वर्षों में पांच हजार 225 शिविर आयोजित कर छह लाख 50 हजार दिव्यांगजनाें को उनके उपयोग में आने वाले विभिन्न उपकरण उपलब्ध कराए गये है। ये सभी शिविर पूर्ण पारदर्शिता के साथ स्थानीय जिला प्रशासन एवं स्वयंसेवी संस्थाआें के सहयोग से लगाए गए है। समारोह में केन्द्रीय खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण राज्य मंत्री सी आर चौधरी ने कहा कि जिले का एक भी दिव्यांग सरकार की योजना से वंचित नहीं रहे इसके लिए विधानसभावार शिविर लगा कर पात्र व्यक्तियाें का चिह्नीकरण कर उपकरण उपलब्ध कराए जाएंगे। यह कार्य जुलाई तक पूर्ण कर लिया जाएगा। उन्होनें कहा कि गत तीन वर्षों में जन-धन योजना में पचीस करोड़ खाते खोले गए है। सरकार द्वारा दी जाने वाली विभिन्न पेंशन एवं अनुदान राशि सीधे उनके खाते में जमा हो रही है। समारोह में राज्य के सार्वजनिक निर्माण एवं परिवहन मंत्री यूनुस खान ने कहा कि नागौर जिले में छह हजार करोड़ रुपये की लागत के सड़क निर्माण कार्य कराये जा रहे है। इस अवसर पर राज्य के सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री डॉ. अरूण चतुर्वेदी ने कहा कि प्रदेशभर में दिव्यांगों को एक समान व्यवस्था में आवश्यक उपकरण आदि मिले और इसके लिए उन्हें अलग-अलग विभागाें के चक्कर ना लगाना पडें इसके लिए एक ही स्थान पर सम्पूर्ण सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए शिविराें का आयोजन किया गया है। समारोह में 121 दिव्यांगों को मोटर ट्राईसाईकिल सहित विभिन्न उपकरण दिए गए। शेष सौ दिव्यांगों को मोटर ट्राईसाईकिल अगले एक माह में उनके तहसील मुख्यालय पर दी जाएगी। अजय जोरा गोस्वामी वार्ता