मुम्बईPosted at: Sep 19 2017 5:14PM चौबीस नवंबर को किसान जागृति यात्राचंडीगढ़,19 सितंबर (वार्ता)राष्ट्रीय किसान महासंघ ने आज किसानों की समस्याओं और केंद्र सरकार की किसान विरोधी नीतियों के विरोध में अागामी 24 नवंबर से देश भर में किसान जागृति यात्रा शुरू करने और अगले वर्ष 23 फरवरी को दिल्ली घेरो आंदाेलन की घोषणा की। महासंघ के आज संपन्न हुए दो दिवसीय अधिवेशन में ये फैसले लिये गये। पंजाब किसान भवन में हुए इस अधिवेशन में देश भर के लगभग 50 किसान सगठनों ने भाग लिया। महासंघ के प्रवक्ता ने यहां एक बयान में कहा कि किसानों दो मुख्य मांगों, स्वामीनाथन रिपोर्ट के अनुसार फसलों के भाव लागत से 50 प्रतिशत मुनाफे के साथ करने और किसानों का पूरा कर्ज माफ करने पर मंथन किया गया। प्रवक्ता के अनुसार राष्ट्रीय किसान महासंघ के आह्वान पर 16 जून को देश भर में हाइवे जाम किये गए,तीन जुलाई को नीति आयोग का घेराव किया गया और जंतर-मंतर पर धरना दिया गया। नौ से 15 अगस्त तक पूरे देश में जेल भरो आंदोलन चलाया गया लेकिन इन आंदोलनों के बाद भी सरकार ने किसानों से कोई बातचीत तक नहीं की जिससे देशभर के किसानों में आक्रोश है। प्रवक्ता के अनुसार किसानों में यह संदेश गया है कि यह सरकार किसान विरोधी है और किसानों की मांगों की अनसुनी कर यह प्रचार करने में लगी है कि 2022 तक किसानों की आय दुगुनी कर दी जाएगी जबकि किसान 2014 में देश के प्रधानमंत्री के वायदे अनुसार लागत से 50 प्रतिशत मुनाफा मांग रहे हैं। सरकार किसानों को यह भी नहीं बता रही कि ऐसा कौन सा तरीका है जो किसानों की आय दुगनी होने वाली है। स्थिति यह है कि जब से भाजपा की सरकार केंद्र में आई है तब से किसानों की आय में इजाफा होने के बजाय कमी आई है जिनका मुख्य कारण किसानों से सभी फसलें न्यूनतम समर्थन मूल्य पर न खरीदना, सभी फसलों की सरकारी खरीद न होना। प्रवक्ता ने आरोप लगाया कि सरकार की गलत नीतियों के कारण किसानों को भारी नुकसान हुआ है जिससे किसान पर कर्ज बढ़ा है और किसानों की आत्महत्या भी बढ़ी हैं। अधिवेशन में फैसला किया गया कि 24 नवंबर को किसान नेता सर छोटूराम जयंती पर कुरुक्षेत्र से शुरू होकर देश भर में किसान जागृति यात्रा की जायेगी और 23 फरवरी को दिल्ली घेराव व आंदोलन होगा। अधिवेशन में महासंघ की नयी कोर कमेटी और तालमेल कमेटी का भी गठन किया गया। महेश.श्रवण वार्ता