प्रयागराज, 10 नवंबर (वार्ता) केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि पश्चिम बंगाल के राज्यपाल केशरी नाथ त्रिपाठी को उत्तर प्रदेश का 20वीं सदी का अंतिम और 21वीं सदी का प्रथम स्पीकर होने का गौरव प्राप्त है।
राजर्षि टंडन मंडपम में आयोजित श्री त्रिपाठी के 85वें जन्मदिवस समारोह में गृहमंत्री ने आज कहा कि उत्तर प्रदेश का 20वीं सदी का अंतिम और 21वीं सदी का प्रथम स्पीकर होने का गौरव प्राप्त होने के अलावा, अविभाजित उत्तर प्रदेश के वह अंतिम स्पीकर रहे हैं और विभाजित (उत्तराखंड) उत्तर प्रदेश के पहले स्पीकर रहे हैं।
उन्हाेने कहा कि “इनका अनुकरण करते हुए मैं भी अविभाजित उत्तर प्रदेश का अंतिम मुख्यमंत्री और विभाजित उत्तर प्रदेश का पहला मुख्यमंत्री रहा।
गृहमंत्री ने कहा, “आमतौर पर राज्यपाल के बारे में धारणा रहती है कि वह पैसिव व्यक्ति है, लेकिन त्रिपाठी जी राज्यपाल के रूप में यह पैसिव भूमिका अदा करने वाले नहीं है, बल्कि एक्टिव भूमिका अदा करने वाले राज्यपाल हैं।”
श्री सिंह ने कलयुग में आयु की 125 वर्ष की मर्यादा का उल्लेख करते हुए केशरी नाथ त्रिपाठी को 125 वर्ष की आयु पूरी करने की कामना की।
समारोह को बिहार के राज्यपाल लाल जी टंडन, उत्तर प्रदेश के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही, पर्यटन मंत्री रीता बहुगुणा जोशी, स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने भी संबोधित किया। श्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने इस मौके पर एक देश एक चुनाव की मांग रखी। सभी ने श्री त्रिपाठी के कार्यों की सराहना करते हुए उनकी दीर्घायु की कामना की।
कार्यक्रम में प्रयागराज से लोकसभा सांसद श्यामा चरण गुप्ता, फूलपुर सीट से लोकसभा सांसद नागेंद्र प्रताप सिंह पटेल और भाजपा के कई विधायक और बड़ी संख्या में पार्टी कार्यकर्ताओं ने शिरकत की।