राज्य » उत्तर प्रदेशPosted at: Nov 10 2018 9:11PM मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए दोनों प्रदेशों की पुलिस में समन्वय बेहतर:ओपी सिंह
झांसी 10 नवंबर (वार्ता) उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी)ओ पी सिंह ने कहा है कि मध्य प्रदेश विधान सभा चुनाव निष्पक्ष और साफ सुथरे तरीके से संपन्न कराने के लिए उत्तर प्रदेश और मध्यप्रदेश दोनों की पुलिस के बीच समन्वय बेहतर है।
यहां बुंदेलखंड विश्वविद्यालय के गांधी आॅडिटोरियम हाॅल में मध्य प्रदेश में आगामी विधान सभा चुनाव को शंतिपूर्ण ढंग से कराने के लिये शनिवार को उत्तर प्रदेश व मध्य प्रदेश पुलिस के आलाधिकारी आपस में रूबरू हुये। इस दौरान मतदान को शांतिपूर्ण ढंग से सम्पन्न कराने व अपराधियों पर लगाम कसने के लिये दो घंटे तक विचार विमर्श किया और दोनों प्रदेशों की पुलिस ने एक दूसरे को अपराधियों की सूचियों का आदान प्रदान कर उन पर कार्रवाई करने की तैयारी की।
बैठक के बाद पत्रकारों को सम्बोधित करते हुए उत्तर प्रदेश के डीजीपी ने कहा कि 28 नवम्बर को मध्य प्रदेश में चुनाव होना है। चुनाव को शांतिपूर्ण कराने के लिये बार्डर समीक्षा आयोजित की गई थी, जिसमें मतदान में खलल पैदा करने वाले अपराधियों पर लगाम कसने के लिये मंथन किया गया। साथ ही दोनों प्रदेशों के अपराधियों की सूचियों का आदान प्रदान कर पुलिस ने अपराधियों पर लगाम कसने की योजना तैयार कर ली।
उन्होंने बताया कि एमपी की सीमा से लगी सीमाओं को चिन्हित कर लिया गया है जिस पर 117 बैरियर बनाये जायेगे और इन्हें मतदान के 24 घंटे पूर्व सीज कर दिया जाएगा। वहीं आदर्श आचार संहिता का पालन कराने के लिये उत्तर प्रदेश से मध्य प्रदेश में जाने वाले वाहनों की चैकिंग कराई जाएगी। अवैध रूपया मिलने पर आयकर विभाग को सूचित किया जाएगा और कार्रवाई की जायेगी। इसके साथ ही हिस्टीशीटरों पर निगरानी रखी जाएगी। यदि मतदान के दौरान अपराधी दिखाई दिये तो उन पर कठोर कार्रवाई की जाएगी।
डीजीपी ने बताया कि चुनाव को सकुशल सम्पन्न कराने के लिये मतदान के 24 घंटे पूर्व सीमावर्ती क्षेत्रों में पडने वाली शराब की दुकानों को बन्द करा दिया जाएगा। साथ ही दोनों प्रदेशों की पुलिस एक साथ पेट्रोलिंग करेगी और कार्यवाही करेगी। चुनाव के दौरान कुछ शरारती तत्व सोशल मीडिया का सहारा लेकर अफवाह फैलाते है। ऐसी स्थिति से निपटने के लिये उन्होंने अपने क्षेत्र सीमा पर शिंकजा कसने के लिये यूपी एसटीएफ को लगा दिया है। वहीं जिले के स्तर का इनपुट लेने के लिये उन्होंने जिला स्तर के खुफिया तंत्र कांे सक्रिय रहने के निर्देश दिये है।
बैठक में उत्तर प्रदेश और मघ्य प्रदेश के पुलिस प्रमुखों के अलावा 12 जिलों के पुलिस अधिकारियों ने हिस्सा लिया।
बैठक के बाद डीजीपी ने झांसी शहर कोतवाली का उद्घाटन किया और नगरवासियों को सम्बोधित करते हुए कहा “ झांसी कोतवाली प्रदेश का सबसे अच्छा पुलिस स्टेशन है । इसका रूपांतरण मॉडल तकनीक के साथ हुआ है। जिस तरह से कोतवाली का स्वरूप बदला है उसी तरह से पुलिस अपना चरित्र और व्यवहार भी बदले। पुलिस की कार्यप्रणाली कैसी होगी इसका आकलन मैं नहीं बल्कि समाज करेगा। समाज को देखना होगा कि हम उनकी अपेक्षाओं पर खरे उतरे हैं या नहीं और दूसरी चीज कि हमारी विश्वसनीयता कितनी बढ़ी है। हम सभी ने मिलकर यूपी पुलिस को आगे बढाने की कोशिश की है। संगठित अपराध पर लगाम लगाना हमारी सबसे बड़ी उपलब्धि है और इसका पूरा श्रेय प्रदेश सरकार को जाता है। सरकार ने पुलिस को अपनी कार्यप्रणाली में सुधार लाने की पूरी आजादी दी।”