प्रयागराज,10 नवम्बर (वार्ता) उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री दिनेश शर्मा ने कहा कि इलाहाबाद विश्वविद्यालय का नाम प्रयागराज विश्वविद्यालय किया जायेगा।
डा0 शर्मा शनिवार को सर्किट हाउस में संवाददाताओं से कहा कि पूरब का आक्सफोर्ड कहे जाने वाला इलाहाबाद विश्वविद्यालय के नाम को प्रयागराज विश्वविद्यालय में तब्दील करने के लिए शासन जल्द कार्यवाही शुरू कर देगा।
उन्होंने कहा कि माध्यमिक शिक्षा परिषद (यूपी बोर्ड) पहला बोर्ड है जहां वर्ष 2019 में 52 लाख परीक्षार्थी परीक्षा देंगे। पिछले वर्ष हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की परीक्षार्थियों की संख्या 67 लाख से अधिक थी। यह आंकड़ा इसलिए कम है कि पिछले परीक्षा में हुई सख्ती को देखते हुए डरकर छात्रो ने दो-दो स्थानों से परीक्षा फार्म भरने की हिम्मत नहीं जुटा सके।
शिक्षा मंत्री ने कौशांबी जिले का नाम लेते हुए कहा कि पहले ए नाम की जगह बी परीक्षा देता था लेकिन इस बार आधार से लिंक करा दिया गया। साथ ही गैर प्रांतों के परीक्षार्थी यहां परीक्षा दे देते थे लेकिन आधार से इस पर भी रोक लगी है। परीक्षा शत प्रतिशत नकल विहीन होगी। जिला प्रशासन और शिक्षा से जुडे अधिकारी इस पर समन्वय बनाकर काम करेंगे।
उन्होंने कहा कि परीक्षाओं के लिए निर्धारित किये जा रहे परीक्षा सेन्टरों को निर्धारित मापदण्ड के अनुसार ही चिन्हित किया जाय। उन्होंने कहा कि परीक्षा, मूल्याकंन, परीक्षाफल समय से शैक्षिक पंचाग के अनुसार ही होंगे। परीक्षाओ के लिए दिये जा रहे सेन्टरों में सीसीटीवी कैमरे, वाइस रिकार्डर के साथ सुविधा उपलब्ध रहेगी। ऐसे केन्द्र जहां सीसीटीवी कैमरा और वाइस रिकार्डर न हो, ऐसे सेन्टरों को केन्द्र हरगिज नही बनाया जायेगा।
सरकार गठन के 19 माह बाद भी बोर्ड और लोकसेवा आयोग में रिक्त पदों की भर्ती नहीं होने और 68500 शिक्षक भर्ती में हुई गड़बडी को लेकर पूछे गये सवाल पर डा शर्मा विचलित नजर आये। उन्होने कहा कि माध्यमिक और उच्च शिक्षा को रोजगार परक बनाने के लिए सरकार ने पहल की है। इसके लिए अध्ययन केन्द्र खोले गए है जिससे की मौके पर ही बच्चो को रोजगार मिल सके।