राज्य » उत्तर प्रदेशPosted at: Nov 12 2018 8:35PM आधुनिक कृषि पद्धति अपनाये किसान: प्रो़ सी बी सिंहझांसी 12 नवंबर (वार्ता) कृषि विज्ञान संस्थान के निदेशक प्रो़ सी बी सिंह ने किसानों की आमदनी के अतिरिक्त स्राेत ईजाद करने के लिए आधुनिक कृषि पद्धति को अपनाने की जरूरत को रेखांकित किया है। यहां बुुंदेलखंड विश्वविद्यालय के गांधी सभागार में कृषि विज्ञान संस्थान और पतंजलि बायो रिसर्च संस्थान हरिद्वार के संयुक्त तत्तवाधान में आयोजित दस दिवसीय किसान प्रशिक्षण कार्यक्रम के उद्घाटन समारोह को सम्बोधित करते हुए श्री सिंह ने कहा कि भारत एक कृषि प्रधान देश है परंतु वर्तमान परिवेश में किसानों की आमदनी के अतिरिक्त स्रोत विकसित किये जाने की आवश्यकता है और इसके लिए आधुनिक कृषि पद्धति को अपनाना जरूरी है। कार्यक्रम में उपस्थित किसानों और प्रशिक्षार्थियों को सम्बोधित करते हुए श्री सिंह ने कहा कि भारत की अर्थव्यवस्था में सबसे बड़ी हिस्सेदारी कृषि क्षेत्र की है। अनाज बड़ी मात्रा में देश से बाहरी मुल्कों में निर्यात किया जाता है। उन्होंने उपस्थित कृषक प्रशिक्षार्थियों का आह्वान किया कि वे आधुनिक कृषि पद्धति को अपनाते हुए मूल्य वर्धित एवं पैकेज प्रक्टिस अपनाएं। इस अवसर पर कृषि विज्ञान संस्थान के शैक्षणिक समन्वयक प्रो.बी.गंगवार ने जैविक खेती तथा उसके महत्व पर विस्तार से प्रकाश डाला तथा जैविक खेती को अपनी परम्परागत कृषि पद्यति में जोडने पर बल दिया। पतंजलि बायो रिसर्च संस्थान के प्रदेश समन्वयक डा.पुष्पेंद्र सिंह यादव ने पतंजलि बायो रिसर्च संस्थान के उत्पादों तथा विभिन्न कार्यक्रमों के बारे में जानकरी दी। डा.आर.के.शुक्ला ने बताया कि इस अभियान का उद्देश्य तीन वर्ष में दस लाख किसानाें को प्रशिक्षण दिया जाना है। कार्यक्रम का संचालन करते हुए डा.रामबीर सिंह ने सुगन्धित एवं औषधीय पौधों से सम्बन्धित जानकारी दी। सोनिया वार्ता