राज्य » उत्तर प्रदेशPosted at: Nov 15 2018 9:26PM जौनपुर बिजली विभाग के बिल घोटाले की जांच करेंगी एमडीजौनपुर ,15 नवम्बर (वार्ता) उत्तर प्रदेश में जौनपुर जिले के मछलीशहर क्षेत्र के सहायक अभियंता राजस्व (एईआर) की फर्जी आईडी बनाकर दो करोड़ रुपये से अधिक के घोटाले किए जाने के मामले की फिर से जांच कराई जायेगी। सूत्रों के अनुसार ऊर्जा विभाग के प्रमुख सचिव आलोक कुमार ने इस घोटाले की जानकारी को गंभीरता से लेते हुए प्रबंध निदेशक (एमडी) अपर्णा यू से जांच कराने का निर्णय लिया है। दरअसल, मछलीशहर डिवीजन के एईआर की आईडी से 751 उपभोक्ताओं को बिल में संशोधन कराने का लालच देकर विभागीय मिलीभगत से दो करोड़ रुपये से अधिक का गड़बड़झाला किया गया है। मामला सामने आने पर लेजर पर उपभोक्ताओं के नाम बकाया चढ़ाने के साथ ही अज्ञात के खिलाफ कोतवाली में मुकदमा भी पंजीकृत कराया गया। मामले की तफ्तीश में पुलिस और विभागीय अधिकारी लगे। मामला प्रकाश में आने पर जिले में जारी सभी आईडी मंगाकर उससे हुए कनेक्शन, बिल संशोधन समेत सभी कार्यों की बारी-बारी से जांच की शुरू हुई। इसमें यह भी देखा जा रहा था कि सहायक अभियंता राजस्व की तैनाती के बिना कैसे आईडी जारी कर दी गई। इसके लिए आईटी सेल की भी मदद ली गई। उस समय चीफ इंजीनियर वाराणसी जोन कौशलेंद्र प्रसाद ने कहा कि था मामले की गंभीरता से जांच की जा रही है। अनियमित तरीके से आईडी जारी करने और उपयोग करने वालों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाएगी, लेकिन कुछ ही दिन बाद मामला ठंडे बस्ते में डाल दिया गया। सूत्रों के अनुसार जौनपुर, आजमगढ़ और बलिया में चल रही सौभाग्य योजना की समीक्षा करने आए प्रमुख सचिव उर्जा से गुरुवार को जब इस बाबत जानकारी हासिल करने की कोशिश की गई तो पहले वे प्रकरण से ही अनभिज्ञता जताए, लेकिन जानकारी होने पर बोले कि इस मामले को वे एमडी अपर्णा यू से करायेगें।सं त्यागीवार्ता