राज्य » उत्तर प्रदेशPosted at: Nov 16 2018 1:34PM राजनीति राजा भैया विवेचना दो अन्तिम लखनऊप्रतापगढ़ के कुंडा से पिछले लगातार पांच चुनाव से निर्दलीय विधायक के रूप में सदन में पहुंचने वाले पूर्व मंत्री रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया ने आज अपनी नई राजनीतिक पार्टी का ऐलान कर दिया। इस अवसर पर उन्होंने केंद्र सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि संसद में एससी-एसटी एक्ट में संशोधन न्यायसंगत नहीं है। उन्होंने कहा कि प्रमोशन में भी आरक्षण प्रतिभाओं के साथ अन्याय है। अगर एक बार किसी को आरक्षण का लाभ मिला तो आगे उसको लाभ नहीं मिलना चाहिए। हमारी पार्टी इसके खिलाफ मोर्चा खोलेगी। उन्होंने कहा कि प्रमोशन में आरक्षण से लोगों में निराशा फैलेगी। प्रमोशन का आधार वरिष्ठता और गुणवत्ता होनी चाहिए, जाति नहीं। ऐसे लोग जो सम्पन्न हैं उन्हें आरक्षण नहीं मिलना चाहिए। जो आईएएस तथा पीसीएस बन गए हैं उनके बच्चों को आरक्षण देने की जगह गरीबों को आरक्षण दें। श्री राजा भैया से नई पार्टी बनाने पर पूछे जाने पर कहा कि हमें प्रदेश भर से लोगों का बेहतर समर्थन मिल रहा है। चुनाव आयोग से जुड़ी औपचारिकताएं पूरी होने पर पार्टी की कार्यकारिणी का गठन किया जाएगा। हम जनता के मुद्दों को उठाएंगे। उन्होंने कहा कि नई पार्टी के लिये चुनाव आयोग को तीन नाम भेजे गये हैं। निर्दलीय विधायक के रूप में 25 वर्ष पूरा करने पर रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया ने अपना अलग दल बना लिया है। लखनऊ में 30 नवंबर को अपनी पार्टी की रैली की तैयारी में लगे राजा भैया ने कहा कि दलित और गैर दलित के बीच मिलने वाली सरकारी सुविधाओं में भेदभाव हो रहा है, जिसका हम विरोध करेंगे। कुछ मुद्दे ऐसे हैं जिसपर सियासी पार्टियां सदन और बाहर कहीं भी नहीं बोलते। श्री राजा भैया अखिलेश यादव के साथ ही मुलायम सिंह यादव, राजनाथ सिंह तथा स्वर्गीय राम प्रकाश गुप्त के कार्यकाल में उत्तर प्रदेश के कैबिनेट मंत्री रहे हैं।भंडारीवार्ता