राज्य » उत्तर प्रदेशPosted at: Nov 19 2018 4:25PM अपराध कछुआ गिरफ्तार दो इटावाश्री सिंह ने तस्करों से हुई पूछताछ का हवाला देते हुए बताया कि बरामद कछुए चोरी छुपे यमुना चंबल आदि नदियों से पकड़ कर इक्कठा करके भरथना मे राजकपूर के यहां पर जमा करते है और बडी गाडी में लाद कर कोलकाता व नेपाल मे ले जा कर व्यापारियो को बेचकर अच्छे दाम हासिल करते है। तस्कर अशोक कंजड के खिलाफ इससे पहले भी वन्य जीव अधिनियम के दो मामले साल 2016 और 2017 मे दर्ज हो चुके है। उन्होने बताया कि यहां से कछुओं की तस्करी करने वाले बंगलादेश के माध्यम से साउथ ईस्ट के देशों में ले जाते है। उन्होंने बताया कि पकडे गये सुंदरी प्रजाति के कछुए मांसाहारी होते है। इनकी निचली सतह में बहुत ही रिच प्रोटीन की मात्रा होती है। इनको बगंलादेश तक पहुंचाने के बाद साउथ ईस्ट देशों तक पहुंचाया जाता है अौर उसके बाद इनकी स्किन को उबाल कर प्रोटीन बनाते है। फिर सूप के तौर पर इसको इस्तेमाल करते है। चीन आदि देशों में इन्हीं के माध्यम से प्रोटीन सूप का प्रयोग किया जाता है, जिसका मूल्य प्रति किलोग्राम कई लाख में होता है। कछुओं के पकडे जाने की खबर पर सैफई पहुंचे इटावा के जिला वन्य अधिकारी सत्यपाल सिंह बताते है कि इटावा में चंबल आदि नदियों से कछुए की चिप्स निकालने का काम करने मे कछुआ तस्कर जुटे हुए है। उनके गुप्तचरों के माध्यम से 20 के आसपास संभावित नाम भी सामने आ गये है। कछुए की चिप्स को निकालने वाले तस्करों को पकडने के लिए वन अमले की टीमों को सक्रिय कर दिया गया है। कछुआ तस्करों को पुलिस के माध्यम से पकडने की रणनीति बनाई है।सं तेजजारी वार्ता