राज्य » उत्तर प्रदेशPosted at: Nov 20 2018 9:26PM निगम -विहिप संघर्ष मामले की जांच के लिए टीम का गठन :मंडलायुक्त
झांसी 20 नंवबर (वार्ता) उत्तर प्रदेश में झांसी मंडलायुक्त ने नगर निगम के कर्मचारियों और विश्व हिंदू परिषद (विहिप) के कार्यकर्ताओं के बीच हुए संघर्ष मामले की जांच के लिए एक टीम का गठन किया है और उसे एक सप्ताह में जांच रिपोर्ट देने के आदेश दिये गये हैं।
मंडलायुक्त कुमुदलता श्रीवास्तव से मंगलवार को हुई इस घटना के बारे में जब पत्रकारों ने सवाल किये तो उन्होंने बताया कि नगर निगम के कर्मचारियों और विहिप तथा अन्य कुछ संगठनों के बीच विवाद का मामला उनके संज्ञान में आया है । घटना से यह प्रतीत होता है कि नगर निगम के कर्मचारियों का विहिप के कार्यकर्ताओं से विवाद हुआ । विवाद का मुख्य कारण मंदिर की बाहरी दीवार पर हुआ अतिक्रमण था। इस अतिक्रमण को हटाने के आदेश प्राप्त हुए थे और इसी अतिक्रमण को हटाने के लिए नगर निगम की टीम पहुंची थी । इसी को लेकर विवाद हुआ है।
उन्होंने कहा कि जहां तक लाठी डंडे चलने का सवाल है तो पूरे मामले की निष्पक्ष जांच के आदेश दे दिये हैं और जांच रिपोर्ट आते हीे पूरी स्थिति स्पष्ट हो जायेगी। इस टीम में अपर नगर आयुक्त (प्रशासन) और पुलिस अधिकारियों को शामिल किया गया है। टीम एक सप्ताह में रिपोर्ट दाखिल कर देगी। इस मामले में विहिप के कार्यकर्ताओं ने अपना पक्ष उनके सामने रखा है। टीम दोनों पक्षों की बात सुनकर और निष्पक्ष जांच कर स्थिति साफ करेगी।
गौरतलब है कि नवाबाद थाना क्षेत्र के नयी तहसील इलाके में बने हनुमान मंदिर और उसके आसपास की जमीन पर अतिक्रमण को हटाने गयी नगर निगम की टीम और विहिप तथा अन्य संगठनों के कार्यकर्ताओं के बीच जमकर संघर्ष हुआ। अपर नगर आयुक्त की अगुआई में पहुंची टीम के अनुसार करोडों की इस जमीन पर अवैध कब्जे को हटाने के आदेश थे और जब मंदिर की दीवार को तोडा गया तब बडी संख्या में विहिप के कार्यकर्ता वहां पहुंच गये । इसके बाद दोनों पक्षों के बीच विवाद हुआ और बात हाथापाई तक पहुंच गयी। स्थिति खराब होती देख निगम की टीम वहां से निकल गयी और विहिप के लोग धरने पर बैठ गये । उनकी मांग थी कि मंदिर को जो नुकसान पहुंचाया गया है उसे ठीक किया जाए।
इसके बाद बड़ी संख्या में नगर निगम के कर्मचारी लाठी डंडे लेकर विवादित स्थल पर पहुंचे और दोनों पक्षों के बीच पथराव हुआ और लाठी डंडे चले। इस खूनी संघर्ष में दोनों पक्षों के कई लोग घायल हो गये। घटना की जानकारी मिलते ही प्रशासनिक अमला मौके पर पहुंचा और शांति बनाने का प्रयास किया गया।