राज्य » उत्तर प्रदेशPosted at: Jan 12 2019 8:11PM इटावा से मायावती के चुनाव लड़ने को लेकर अटकलों का बाजार गर्म
इटावा, 12 जनवरी (वार्ता) समाजवादी पार्टी (सपा) के संग ताजा तरीन गठबंधन के बाद बहुजन समाज पार्टी (बसपा) सुप्रीमो मायावती के उत्तर प्रदेश के इटावा से लोकसभा चुनाव मैदान में उतरने को लेकर चर्चाओं का बाजार गर्म हो गया है।
समाजवादी गढ़ के तौर पर विख्यात इटावा को बसपा संस्थापक एवं सुश्री मायावती के राजनीतिक गुरू कांशीराम की कर्मभूमि के तौर पर जाना जाता है। वर्ष 2019 के संसदीय चुनाव मे भाजपा को केन्द्र की सत्ता मेें दोबारा आने से रोकने की दिशा मे उत्तर प्रदेश मे बसपा और सपा के बीच हुए गठबंधन के ऐलान के साथ ही सुश्री मायावती के इटावा से संसदीय चुनाव लडने की संभावनाए जताई जाने लगी है ।
दोनो दलों के बीच गठबंधन को लेकर शनिवार को लखनऊ मे आयोजित संवाददाता सम्मेलन में जब सुश्री मायावती से चुनाव लड़ने पर सवाल किया गया तो उन्होने कहा कि इस बाबत समय आने पर जबाब मिल जायेगा। सुश्री मायावती के इस जवाब के बाद यहां सपा और बसपा नेताओं के बीच उनके यहां से चुनाव लड़ने के बारे में अटकलें लगनी शुरू हो गयी।
दरअसल, इन चर्चाओ को बल मिलना तब शुरू हुआ जब इटावा संसदीय सीट से बसपा से घोषित उम्मीदवार शंभूदयाल दोहरे को पार्टी की ओर से काम करने के लिए मना किया गया। जैसे ही शंभूदयाल को पार्टी हाईकमान की ओर से काम करने के लिए रोका गया वैसे ही इसकी चर्चाए भी शुरू हो गई । इसी कडी के नतीजे मे शंभूदयाल दोहरे की ओर से नये साल पर जिले भर मे कही कोई बधाई संदेश जैसा कोई भी बाल पेंटिग आदि नही कराई गई और ना ही मायावती के 15 जनवरी को आने वाले जन्मदिन के मौके पर भी कोई संदेश दिया गया।