राज्य » उत्तर प्रदेशPosted at: Feb 4 2019 1:17PM कुंभ विदेशी कौतूहल तीन अंतिम कुंभ नगरइस बीच श्रद्धालुओं की भीड़ भी शोभा यात्रा के बीच में घुस गयी जिसने सुरक्षा इंतजामों की पोल खोल कर रख दी। इस दौरान सुरक्षा कर्मी सीटी बजा बजा कर भीड़ को पीछे धकेलते रहे। उधर, हवा में घूमते ड्रोन कैमरे अौर फूल बरसाते हेलीकाप्टर हर किसी के अाकर्षण का केन्द्र बने। कुंभ की कवरेज करने आये कई विदेशी पत्रकार बात करते दिखायी पड़े कि इतने बड़े हुजूम की सुरक्षा वाकई चुनौती भरी थी जबकि देश के कोने कोने से आये श्रद्धालु सुरक्षाबलों के हौसलाें और सरकार के इंतजामों की दाद देते हुये कह रहे थे कि मेले में आये भक्तों की सुरक्षा की जिम्मेदारी तो पतित पावनी गंगा मईया निभा रही है। मेला क्षेत्र में रविवार तडके से ही वाहनो का प्रवेश निषेध कर दिया गया था। रोडवेज बसों और अन्य निजी वाहनो के लिये शहर के बाहरी छोरों पर अस्थायी पार्किंग की व्यवस्था की गयी थी जबकि वहां से सिविल लाइंस तक के लिये कुंभ शटल में मुफ्त यात्रा का इंतजाम किया गया था। सिविल लाइंस से संगम तक जाने के लिये केवल पैदल लोगों को इजाजत दी जा रही थी। प्रयागराज के मंडलायुक्त आशीष गोयल ने कहा , कुंभ के छह स्नान पर्वो में सबसे अधिक मान्यता माैनी अमावस्या पर्व की है। इस नाते भीड़ का उमड़ना स्वाभाविक है। इसके लिये सभी जरूरी इंतजामों किये गये हैं।प्रदीप दिनेशवार्ता