राज्य » उत्तर प्रदेशPosted at: Feb 6 2019 10:33PM कुम्भ-शाही स्नान बैठक दो अंतिम कुम्भनगरबैठक में आम सहमति से यह निर्णय लिया गया कि सभी अखाड़े अपने समय का अनुपालन करते हुए अपने लिए निर्धारित क्रम में शाही स्नान करेंगे तथा इस क्रम में यदि कोई छूट जाता है तो आखिरी तेरहवें अखाड़े के स्नान के उपरान्त सभी अखाड़ों के छूटे हुये महात्मा और भक्त एक साथ अन्त मे स्नान करेंगे। किन्तु किसी भी दशा में निर्धारित क्रम तथा समय सीमा को प्रभावित होने से रोका जायेगा जिससे अखाड़ों के निर्धारित समय सीमा में स्नान करने में कोई असुविधा न हो। बैठक में इस बात पर सहमति बनी कि आगामी स्नान में निर्धारित आकार के छोटे वाहनों को ही शाही स्नान यात्रा में प्रयोग किया जायेगा। पाण्टून पुलों की भार क्षमता को देखते हुए बड़े वाहन शाही स्नान यात्रा में प्रतिबन्धित रखे जायेंगे। शाही स्नान शोभा यात्रा का मार्ग खुला और सुगम रखने के लिए उस रूट पर खड़ी रहने वाली गाडियों को स्नान के पूर्व शुक्रवार से ही पार्किंग मे रख देने का निर्णय लिया गया। प्रशासन के इस अनुरोध पर यह भी सहमति बनी कि अखाड़े अपनी शोभा यात्रा में चलने वाले वाहनों की संख्या एवं सूची पहले से प्रशासन को अवगत करा दें तथा शोभा यात्रा में चलने वाले भक्तजनों का पहचान पत्र भी सुनिश्चित करायें। इसके अलावा शाही स्नान यात्रा के निर्धारित मार्ग में किसी बाहरी व्यक्तियों का प्रवेश न हो, इसके लिए बैरिकेटिंग को और मजबूत करते हुए उस पर डबल जालियां लगा दी जायेगी। इस क्रम में संत समाज के सुझाव पर सुरक्षा व्यवस्था को बढ़ाते हुए पुलिस बल अधिक मात्रा में तैनात कर दिये जाने की व्यवस्था बनायी गयी। बैठक में अखाड़ों से अनुरोध किया गया है कि वे अपने स्तर से चार-चार व्यक्ति नामित कर दें, जो शाही स्नान मार्ग पर अपने अखाड़े से जुड़े लोगों को पहचान कर उन्हें जूलूस में प्रवेश दिलायें तथा अनाधिकृत व्यक्तियों को रोकने में भी मदद करें। इस कार्य में प्रत्येक अखाडे के साथ एक सीओ एवं एक एसडीएम को तैनात करने तथा स्नान सम्पन्न कराने तक साथ चलने की व्यवस्था पर सहमति बनी। इस अवसर पर बैठक के पहले अपर पुलिस महानिदेशक( एडीजी) एस.एन.साबत, मण्डलायुक्त ड़ॉ आशीष कुमार गोयल, आईजी मोहित अग्रवाल, डीआईजी मेला के.पी.सिंह तथा मेलाधिकारी विजय किरन आनन्द उपस्थित थे।दिनेश त्यागीवार्ता