राज्य » उत्तर प्रदेशPosted at: Feb 12 2019 6:26PM उत्तर प्रदेश-नाईक किसान दो अंतिम मथुराराज्यपाल ने कहा कि पंडित दीनदयाल उपाध्याय के समय राजनीति प्रदूषण था और उसे दूर करने के लिए उन्होंने जैसा कार्य किया अतुलनीय है। दीनदयाल उपाध्याय के समय दुनिया पूंजीवाद और साम्यवाद में बंट गई थी । दोनो की ही परिकल्पना आर्थिक मानव की थी। ऐसे समय में श्री उपाध्याय ने कहा कि आर्थिक मानव को देखकर नीति बनाने की जगह संपूर्ण मानव को लेकर नीति बनाई जानी चाहिए , जिसमें संस्कार और भावना का भी समावेश हो। उनका दर्शन भारतीय संस्कृति का निचोड़ है और “वसुधैव कुटुम्बकम” की भावना से ओतप्रोत है। उनका कहना था कि समाज को परिवार की तरह देखा जाना चाहिए। श्री नाइक ने कहा कि उत्तर प्रदेश में प्राकृतिक संपदा का खजाना है और आवश्यकता केवल इस खजाने का सही उपयोग करने की है, जिसे वर्तमान सरकार बखूबी कर रही है। इस अवसर पर प्रदेश के पशुधन, लघु सिंचाई एवं मत्स्य विभाग के मंत्री एसपी सिंह बघेल ने बताया कि छुट्टा जानवरों के लिए सरकार ने किस प्रकार कृत्रिम गर्भाधान की ऐसी व्यवस्था की है, जिसमें अधिकांशतः बछिया ही पैदा होगी तथा गोशाला खोलने के लिए सरकार ने और कई व्यवस्थाएं की हैै। इस मौके पर भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के के उपमहानिदेशक डा0 नरेन्द्र सिंह राठौड़ ने कहा कि भारत सरकार किसान हित में काम कर रही है तथा यह कहना ठीक नहीं है कि 2022 तक किसान की आय दो गुनी नहीं होगी। उन्होंने बताया कि 13 राज्यों में किसान की आय जिस प्रकार दो गुनी पहुंच रही है, उससे वह कह सकते हैं कि दो गुनी क्या यदि यह चार गुनी हो जाय तो आश्चर्य न होगा। उन्होंने प्रधानमंत्री किसान योजना को एक किसान हितकारी कदम बताते हुए कहा कि ऐसी व्यवस्था की गई है कि अब यदि प्राकृतिक आपदा आती है तो सरकार उसे वहन करेगी। इस अवसर पर दीनदयाल वेटेरिनरी यूनिवर्सिटी के कुलपति प्रो के एम एल पाठक ने विश्वविद्यालय की प्रगति का विवरण प्रस्तुत किया और यह भी बताया कि नई लैब बनने से किसान की आय में किस प्रकार इजाफा होगा।सं त्यागीवार्ता