राज्य » उत्तर प्रदेशPosted at: Feb 12 2019 10:11PM विकास के लिए सुलभ एवं सस्ती ऊर्जा उपलब्ध कराना एक बड़ी चुनौती है:नाईक
नोएडा 12 फरवरी (वार्ता) उत्तर प्रदेश के राज्यपाल राम नाईक ने कहा कि देश के निरन्तर विकास के लिये सुलभ एवं सस्ती ऊर्जा उपलब्ध कराना एक बड़ी चुनौती है और इसके लिये अनुसंधान एवं नवाचार की आवश्यकता है।
मंगलवार को नोएडा में पेट्रोटेक 2019 के समापन के मौक पर श्री नाईक ने कहा कि सस्ते ईंधन के लिये अनुसंधान एवं नवाचार की आवश्यकता है । उन्होंने कहा कि पर्यावरणानुकूल ऊर्जा आज की जरुरत है। उन्होंने कहा कि देश के निरन्तर विकास के लिये सुलभ एवं सस्ती ऊर्जा उपलब्ध कराना एक बड़ी चुनौती है।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने स्वच्छ ईंधन उपलब्ध कराने की दृष्टि से मई 2016 में उत्तर प्रदेश के बलिया जिले से ‘प्रधानमंत्री उज्जवला योजना’ की शुरूआत की जिसका मुख्य उद्देश्य स्वच्छ ईंधन उपलब्ध कराकर महिलाओं और बच्चों के स्वास्थ्य को धुएं से होने वाले रोगों से बचाना है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री उज्जवला योजना के तहत दिसम्बर 2018 तक पूरे देश में छह करोड़ तथा उत्तर प्रदेश में 90.8 लाख घरों में एल0पी0जी0 कनेक्शन दिये गये हैं।
श्री नाईक ने कहा कि देश के किसानों को उर्वरक एवं यूरिया की उपलब्धता सुनिश्चित कराने के उद्देश्य से केन्द्र सरकार द्वारा उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में स्थापित उर्वरक कारखानों को ‘प्रधानमंत्री ऊर्जा गंगा पाईपलाइन योजना’ के अंतर्गत सहायता प्रदान कर फिर से चालू किया जा रहा है। गैस मूल्य निर्धारण तथा ‘गैस ट्रेडिंग हब’ की स्थापना में प्रतिस्पर्धा के माध्यम से पारदर्शिता लायी जा रही है और पाइप लाइन की दरों की समीक्षा की जा रही है।
उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार ने हरित ऊर्जा को बढ़ावा देने के लिये प्रदेश के पांच जिलो सीतापुर, हापुड़, मेरठ, बरेली और मुजफ्फरनगर में जैव ईंधन के संयंत्रों की स्थापना के लिये रूपये 1,700 करोड़ के निवेश प्रस्ताव को मंजूरी प्रदान की है। इन परियोजनाओं से नवीनीकृत एवं जैव ईंधन ऊर्जा के विकास को गति मिलेगी।
त्यागी
जारी वार्ता