Saturday, Apr 20 2024 | Time 17:30 Hrs(IST)
image
राज्य » उत्तर प्रदेश


राजनीति-उमा दो अंतिम झांसी

कांग्रेस पर कटाक्ष करते हुए केंद्रीय मंत्री ने शेर पढ़ “ उनकी तारीफ क्या पूछते हो उम्र सारी गुनाहों में गुजरी और अब पारसा बन रहे हैं ऐसे जैसे गंगा नहाये हों।” इन्होंने धर्म के आधार पर देश का विभाजन कराया और अब हमसे सवाल करते हैं । जब तक हमारे विरोधी दल इस मानसिकता से बयान देंगे कि आतंकवाद पर नरम रूख अपनाने पर पाकिस्तान का विरोध हल्के स्तर पर करने से देश में रहने वाला मुस्लिम मतदाता खुश होगा तब तक समस्याएं यूं ही आयेंगी। इस मानसिकता में बदलाव की जरूरत है।”
उन्होंने कहा “ हमें देश के मुस्लिमाें की देशभक्ति पर जरा भी शक नहीं है क्योंक यह वे लोग हैं जिनको पाकिस्तान जाने की आजादी थी लेकिन उन्होंने इस देश में रहने का विकल्प चुना क्योंकि उन्हें पूरा विश्वास था कि पाकिस्तान में मुस्लमान पडोसी की जगह हिंदुस्तान में एक हिंदू पडोसी की बगल में रहकर वह अधिक सुरक्षित रहेंगे। हिंदू से अच्छा पडोसी और हिंदुस्तान से अच्छा देश हमारे लिए नहीं हो सकता इसीलिए वह हम पर भरोसा करके पाकिस्तान नहीं गये लेकिन कांग्रेस और हमारे विपक्षी दलों के दिमाग से विभाजन की मानसिकता नहीं गयी। ”
उन्होंने कहा “ हममे कुछ कमियां हो सकती हैं हम उसे सुधार लेंगे इसीलिए आपके बीच में आये हैं। हम गेरूआ पहने वाले, तिलक लगाने वाले लोग जितने सहिष्णु हैं उतना कोई नहीं हो सकता । हम धरती से लेकर आकाश तक सबकी पूजा करते हैं। हमारी सरकार ने जो भी याेजनाएं बनायी उनमें किसी भी तरह का भेदभाव नहीं हुआ न महिला और पुरूष का और ना ही जाति और संप्रदाय का। मोदी जी इस आत्मा को समझते हैं और देश के लोग भी इसको समझते हैं। भारत के जैसा कोई दूसरा देश नहीं हो सकता । इस देश को कितनी बार लूटा गया दुनिया में कितनी संस्कृतियों का नाश हो गया लेकिन यह देश ऐसा देश है जहां इस्लाम की तलवार और ईसाइयत के धर्म ने भी हार मान ली, यहां माथे का तिलक आज भी मौजूद है यहां जनेऊ और महिलाओं का सिंदूर आज भी मौजूद है । लाखों साल से चलीं आ रहीं सनातन परंपराओं को आज भी यहां लोग जिंदा रखें हुए हैं। इस देश को, यहां की सनातन परंपरा को कभी खत्म नहीं किया जा सकता।”
सुश्री भारती ने कहा “ जब जब देश में धर्म पर संकट आया है तब तब अवतार हुए हैं और 2014 में ऐसा ही एक अवतार जनता का हुआ जब जनता ने जर्नादन का रूप धारण किया। वर्ष 2014 से पहले नारायण से नर के अवतार होते थे लेकिन 2014 में नारायण से नर का अवतार हुआ। यह प्रजातंत्र की ताकत का अवतार था।”
उन्होंने व्यापाारी वर्ग काे विश्वास दिलाया कि प्रधानमंत्री मोदी इस वर्ग के लिए भी बेहद संवेदनशील हैं और व्यापारीवर्ग ने आज जो समस्याएं उठायी हैं वह पहले प्रदेश में जायेंगी और फिर दिल्ली घोषणापत्र समिति के समक्ष जायेगी यह प्रधानमंत्री के सामने जायेंगी और उन सभी पर विचार किया जायेगा। हो सकता है कि कुछ नीतियों के कारण व्यापारीवर्ग को परेशानी हुई हो लेकिन सरकार को व्यापारी वर्ग की चिंता है उनकी समस्याओं का निराकरण भी किया जायेगा।
सोनिया
वार्ता
image