राज्य » उत्तर प्रदेशPosted at: Feb 24 2019 5:35PM चाहता तो मैं 2003 और 2012 में मुख्यमंत्री बन जाता: शिवपाल
लखनऊ, 24 फरवरी (वार्ता) प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (प्रसपा) के अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मंत्री शिवपाल सिंह यादव ने कहा है कि अगर वह चाहते तो 2003 और 2012 में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री बन सकते थे लेकिन उन्होंने त्याग किया और पद नहीं लिया।
प्रसपा अध्यक्ष ने रविवार को यहां 51 दलों के नेताओं के साथ समीक्षा बैठक की। उन्होंने महात्मा गांधी, राम मनोहर लोहिया और जयप्रकाश नारायण का नाम लेते हुये कहा कि इन महान लोगों ने कभी पद की कामना नहीं की। उन्होंने कहा कि अगर मैं चाहता तो 2003 में मुख्यमंत्री बन सकता था। उस वक्त मेरे साथ 147 विधायक थे। 2012 में भी यही स्थिति थी लेकिन मैं मुख्यमंत्री नहीं बना।
श्री यादव ने कहा कि लोग कहते हैं कि मेरे साथ धोखा हुआ लेकिन मैंने उससे सबक लिया है। उन्होंने कहा कि समाज और देशहित के बारे में हम सभी को सोचना और सत्ता परिवर्तन के बाद व्यवस्था में बदलाव करना होगा।
उन्होंने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर झूठ बोलने का आरोप लगाया और कहा कि न तो अच्छे दिन आये और न ही लोगों के खाते में 15-15 लाख रुपये ही जमा हुये। उल्टे नोटबंदी से लोग परेशान हुये और बेरोजगारी बढ़ी।
विश्वजीत
वार्ता