राज्य » उत्तर प्रदेशPosted at: Mar 5 2019 8:41PM असंगठित क्षेत्रों के कामगारों के जीवन में खुशहाली लायेगी श्रमयोगी मान धन योजना : योगी
गोरखपुर 05 मार्च (वार्ता) उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को कहा कि प्रधानमंत्री श्रमयोगी मान धन योजना असंगठित कामगारों के जीवन में खुशहाली लाने के साथ सामाजिक सुरक्षा भी प्रदान करेगी।
श्री योगी ने सर्किट हाउस के एनेक्सी भवन में प्रधानमंत्री श्रमयोगी मान धन योजना का शुभारम्भ करते हुए कहा कि यह योजना असंगठित कामगारों की वृद्धावस्था की सुरक्षा इस योजना के तहत असंगठित क्षेत्र से जुड़े कामगारों को लाभ मिलेगा।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने समाज के प्रत्येक तबकेे के लिए 100 से अधिक योजनाएं संचालित की है इन योजनाओं का उद्देश्य समाज के हर तबके के गरीब व्यक्ति के जीवन में खुशहाली लाया जाये और उसके जीवन स्तर को उपर उठाया जाये। उन्होंने कहा कि प्रत्येक लाभार्थी को योजनाओं का लाभ बिना बिचौलिये के मिले और उनके लाभों को सीधे उनके खाते में भेजा जा रहा है।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने 10 लाभार्थियों को प्रधानमंत्री श्रम योगी मान धन योजना के अन्तर्गत पेंशन कार्ड तथा 5
लाभार्थियों को एन.यू.एल.एम. का कार्ड वितरित किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि देश के अन्दर गरीबों महिलाओं के आंसुओं को पोछने के लिए प्रधानमंत्री ने उज्जवला योजना
के तहत 6.5 करोड़ परिवारों को निशुल्क गैस का कनेक्शन उपलब्ध कराया गया है। इसी प्रकार प्रधानमंत्री आवास योजना चलाई जा रही है जिसका लक्ष्य है कि 2022 तक हर गरीब परिवार का अपना आवास हो।
इस अवसर पर उन्होंने केन्द्र एंव प्रदेश सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं के बारे में बताते हुए कहा कि उ0प्र0 में बड़ी संख्या में असंगठित कामगार है उनकी संख्या लगभग पांच करोड़ है जो प्रधानमंत्री श्रमयोगी मान धन योजना के तहत सीधे लाभान्वित होंगे। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा श्रम विभाग में रजिस्टर्ड श्रमिकों के बच्चों को निशुल्क एंव
अच्छी शिक्षा दिलाने के उद्देश्य से प्रत्येक कमिश्नरी में एक-एक आवासीय विद्यालय की व्यवस्था की है जहां श्रमिकों के बच्चों को लाकर अच्छी एंव निशुल्क प्रदान की जायेगी।
मुख्यमंत्री ने बताया कि प्रधानमंत्री श्रमयोगी मान धन योजना में असंगठित कामगार निकटतम कामन सर्विस सेन्टर पर पहुंच कर आधार कार्ड एंव बचत खाते का प्रमाण प्रस्तुत कर नामांकित हो सकते है। पहले महीने में लाभार्थी को उसका योगदान नकद करना होगा उसके आगे उसकी सहमति से उसके खाते से आटो डेविट होगा।
उन्होंने कहा कि असंगठित कामगारों की रोजगार की कठिनाईयों एंव अनिश्चित प्रकृति को ध्यान में रखते हुए योजना
के निकास के प्राविधानों को सरल एंव सुविधाजनक रखा गया है। यदि किसी लाभार्थी ने नियमित योगदान किया है और किसी कारण से उसकी मृत्यु हो जाती है तो उसका जीवन साथी इस योजना को जारी रखने का हकदार होगा। इस योजना में 18 से 40 वर्ष आयु वर्ग के असंगठित कामगार शामिल होंगे जो 60 वर्ष की आयु तक 55 से लेकर 200 रू0 तक का योगदान करेंगे और 60 वर्ष की आयु होने पर पेंशन धारक के खाते में सीधे 3000 रू0 की निश्चित मासिक पेंशन मिलेगी।
उदय प्रदीप
वार्ता