लखनऊ, 08 मार्च (वार्ता) उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) ओ पी सिंह ने सेना के जवानों के साथ उनके परिजनों की समस्याओं के प्रभावी समाधान के संबंध अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए हैं ।
पुलिस प्रवक्ता ने यहां शुक्रवार को यहां बताया कि पुलिस महािनदेशक श्री सिंह ने सभी जोनल अपर पुलिस महानिदेशकों, परिक्षेत्रीय पुलिस महानिरीक्षकों /पुलिस उपमहानिरीक्षकों एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षकों एवं जिला पुलिस अधीक्षक प्रभारियों को निर्देशित करते हुए कहा गया है कि भारतीय सेना का प्रत्येक जवान हमारे देश की धरोहर है । उनके परिवार के प्रत्येक सदस्य की समुचित सुरक्षा तथा उनकी पुलिस विभाग से सम्बन्धित समस्याओं का पारदर्शितापूर्वक प्राथमिकता के आधार पर निराकरण कराना पुलिस के मुख्य दायित्वों में से एक है।
उन्होंने कहा कि भारतीय सेना के जवानों एवं परिवारीजनों के साथ किसी प्रकार का कोई विवाद होने पर अथवा अभियोग आदि पंजीकृत होने की स्थिति में उनके साथ किसी प्रकार का कोई दुव्र्यवहार नहीं होना चाहिए। उनके परिवारीजनों के साथ सम्मानजनक व्यवहार किया जाये।
पुलिस महानिदेशक ने यह सभी को निर्देशित किया कि यदि भारतीय सशस्त्र सेना के सैनिक अथवा उनके परिवारीजनों के विरूद्ध किसी भी कारण से अभियोग आदि पंजीकृत किया जाता है, तो सर्वप्रथम सम्बन्धित सैनिक के संबंध में निकटतम मिलिट्री यूनिट को सूचना दी जाये । उसके बाद सम्बन्धित के साथ नियमानुसार वैधानिक कार्रवाई की जाये। थाने पर भारतीय सेना के जवान अथवा उनके परिवारीजन किसी प्रकार की कोई शिकायत अथवा समस्या लेकर आते हैं, तो उनके साथ शिष्टता का आचरण करते हुए सहानुभूतिपूर्वक एवं पूर्णसंवेदनशीलता के साथ उनकी समस्या को प्राथमिकता के आधार पर हरसम्भव त्वरित निराकरण कराया जाये।
उन्होंने कहा कि यदि किसी सैनिक अथवा उनके पारिवारिक सदस्यों से पुलिस द्वारा उनका उत्पीड़न करने की शिकायत प्राप्त होती है, तो तत्काल इस संबंध में सम्बन्धित के विरूद्ध कठोर कार्रवाइ की जायेगी। शिकायतों अथवा समस्याओं का त्वरित निस्तारण होने पर देश की सीमाओं की रक्षा करने वाले भारतीय सैनिकों और उनके परिवारीजनों के मध्य पुलिस के प्रति और अधिक सकारात्मक एवं सुरक्षा की भावना जाग्रत हो सकेगी।
त्यागी
वार्ता