Saturday, Apr 20 2024 | Time 21:31 Hrs(IST)
image
राज्य » उत्तर प्रदेश


क्रेडिट कार्ड फ्राॅड कर करोड़ो निकालने वाले गिरोह का पर्दाफाश,तीन गिरफ्तार

लखनऊ 10 मार्च (वार्ता) उत्तर प्रदेश पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ)ने क्रेडिट कार्ड फ्राॅड (जालसाजी) कर विभिन्न बैंको से करोड़ो रूपये निकालने वाले गिरोह का पर्दाफाश करते हुए तीन सदस्यों को नोएडा से गिरफ्तार किया गया है।
एसटीएफ के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अभिषेक सिंह ने रविवार को यहां यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि लोगो के केवाईसी अभिलेख जैसे आधार कार्ड,पेन कार्ड आदि को फर्जी तरीके से विभिन्न बैकों से क्रेडिट कार्ड बनवाकर
धोखाधड़ी कर स्वाइप मशीनाें के माध्यम से बड़ी मात्रा में पैसा निकाले जाने का मामला प्रकाश में आने पर गिरोह का पर्दाफाश करते हुए गिरेाह सरगना सहित तीन आरोपियों दिल्ली निवासी भूपेन्द्र सोनी, तीरथ राठौर और चन्द्र उर्फ चन्द्र प्रकाश को नोएडा पुलिस ने शनिवार को गिरफ्तार किया।
उन्होंने बताया कि पकड़े गये जालसालों के पास से विभिन्न बैंके के 23 क्रेडिट कार्ड एवं 13 डेबिट कार्ड ,नौ मोबाइल
फोन, बड़ी संख्या में विभिन्न बैंकों के रिक्त असली क्रेडिट कार्ड फार्म और उनकी फोटो कापी के अलावा विभिन्न बैंको की पासबुक, एक लेपटाॅप मय प्रिन्टर, एक कंपनी की फर्जी वेतन पर्ची , हाई स्कूल की फर्जी अंक तालिका और आठ फर्जी
आधार कार्ड और विभिन्न व्यक्तियोें से सम्बन्ध्ति अभिलेख बरामद किए गये ।
श्री सिंह ने बताया कि पिछले कुछ समय से सूचना मिल रही थी कि दिल्ली एवं एनसीआर क्षेत्र में गिराेह द्वारा
विभिन्न बैंको के फर्जी तरीके से क्रेडिट कार्डो का प्रयोग कर आम लोगों के साथ धोखाधडी करके रुपया निकलाने वाला गिरोह सक्रिय है। गिरोह को पकड़ने के लिए के गौतमबुद्धनगर एसटीएफ के अपर पुलिस अधीक्षक दिनेश सिंह को जिम्मेदारी सौंपी गई ।
उन्होंने बताया कि इसी क्रम में जानकारी मिली कि एनसीआर में आम लोगों के केवाईसी अभिलेखो को चोरी छिपे प्राप्त कर फर्जी रुप से बैंकों के क्रेडिट कार्ड बनवाकर पैसा निकालने वाला एक बड़ा गिरोह सक्रिय है। ऐसे ही एक मामले में मार्च 2019 के प्रथम सप्ताह में आवेदक उत्तराखण्ड के बागेश्वर निवासी प्रवीण कुमार पुरोहित ने नोएडा के सेक्टर 24 पर इस सूचना दर्ज कराई थी कि उसके अभिलेखों का प्रयोग कर उसके एसबीआई बैंके के क्रेडिट कार्ड जो कि उसके द्वारा कभी लिया ही नहीं गया का इस्तेमाल कर पांच लाख रूपया का फर्जीवाड़ा किया गया।
त्यागी
जारी वार्ता
image