चित्रकूट 01 मई (वार्ता) उत्तर प्रदेश के चित्रकूट जिले के कई जंगलों में लगी आग से करोड़ों रुपयों की लकड़ी एवं बहुमूल्य जड़ी बूटियां जलकर राख हो गई है।
जिलाधिकारी ने वन विभाग के अधिकारियों को इस आग को नियंत्रित करने का निर्देश जारी किया है। चित्रकूट के रिहूटिया, खोह, और लालापुर के जंगलों में लगी भीषण आग को बुझाने के लिए जिलाधिकारी विशाख जी अय्यर और पुलिस अधीक्षक मनोज कुमार झा ने स्थलीय निरीक्षण किया। उन्होंने प्रभावित खोह, कोल गदहिया, रिहुटिया गांवो के पहाड़ों का भ्रमण कर स्थिति का जायजा लिया। पहाड़ों पर लगी आग को बुझाने के लिये सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देशित किया है।
वन विभाग के अधिकारी ने बताया की लकड़ी बीनने वाले लोग अक्सर पत्ते एकत्र करके जला देते हैं जिसकी वजह से इस तरह की घटनाएं हो जाती हैं। एक तरफ वन को संरक्षित करने की बात कही जाती है वही इस तरह की लापरवाही से एक तरफ हरे-भरे वन जलकर राख हो जाते हैं। इससे करोड़ों रुपए के राजस्व का नुकसान होता है।
समाजसेवी संगठन ने वन विभाग की लापरवाही करार देते हुए कहा है कि प्रत्येक वर्ष गर्मियों में इस तरह की घटनाएं होती है और जंगल के जंगल जलकर राख हो जाते हैं। इस पर शासन प्रशासन को कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए।
सं भंडारी
वार्ता