रायबरेली/लखनऊ,15 मई (वार्ता) कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने बुधवार को रायबरेली में हमले का शिकार हुई पार्टी विधायक अदिती सिंह से मुलाकात की और कहा कि अन्याय के खिलाफ उनका संघर्ष जारी रहेगा।
श्रीमती वाड्रा ने रायबरेली में पार्टी मुख्यालय सुश्री अदिती और पार्टी के जिला पंचायत सदस्यों से मुलाकात की। उन्होंने कहा कि वह रायबरेली के लोगों के साथ है और जरुरत के हिसाब काम करेंगी । जरुरत हुई तो रायबरेली जिला प्रशासन के पक्षपातपूर्ण रवैये के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराने के कानूनी राय भी लेंगी और जरुरत होने पर चुनाव आयोग का दरवाजा भी खटखटायेगी। बाद में उन्होंने गंभीर रुप से घायल पंचायत सदस्य राजेश अवस्थी से फोन पर बात की। राजेश अवस्थी पर हमला किया गया था, जिसमें वह बुरी तरह से घायल हुए थे।
कांग्रेस महासचिव ने कहा कि गैर कानूनी कार्यों को रोकने के लिए वह हरसंभव प्रयास करेगी।
इस बीच उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री दिनेश शर्मा ने रायबरेली के हमले में राज्य सरकार या जिला प्रशासन की भूमिका से इंकार किया । उन्होंने कहा कि हमले की घटना की जांच मजिस्ट्रेट से कराने के आदेश दे दिए गये हैं और दोषियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस की पांच टीमें गठित की गई हैं । इस घटना को लेकर प्राथमिकी दर्ज की गई है। उन्होंने कहा कि जिला पंचायत अध्यक्ष पद को लेकर कांग्रेस के ही दो गुट हैं,जिनके कारण यह घटना हुई है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के आग्रह पर ही प्रर्याप्त संख्या में पुलिस बल को तैनात किया गया था और विधायक को अतिरिक्त सुरक्षा प्रदान की गई थी। इसके बाद प्रशासन पर भेदभाव पूर्ण काम करने का आरोप कैसे लगाया जा सकता है।
भाजपा के रायबरेली लोकसभा सीट से उम्मीदवार और विधान परिषद सदस्य दिनेश प्रताप सिंह ने भी बाद में मीडियाकर्मियों को सम्बोधित किया और कहा कि कल की हमले की घटना से उनका कोई लेना-देना नहीं है और वह पुरी तरह से निर्दोष हैं ।
उन्होंने कहा कि उनपर गलत आरोप लगाये जा रहे हैं। कांग्रेस के साथ उनका राजनीति मतभेद हो सकता है लेकिन अदिती पर हमले की साजिश पर रायबरेली में कोई विश्वास नहीं कर सकता है। अदिती मेरी बेटी जैसी है । वह किसी भी जांच के लिए तैयार हैं ।
उल्लेखनीय है कल रायबरेली में जिला पंचायत अध्यक्ष दिनेश सिंह के भाई अवधेश सिंह के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव था,जिसमें हिस्सा लेने के लिए अदिती लखनऊ से रायबरेली जा रही थी। इसी दौरान रास्ते में उनपर हमला कर दिया गया था। इस घटना के बाद दिनेश सिंह ,अवधेश सिंह और कुछ अन्य लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई,लेकिन अभी तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है।
अरुण त्यागी
वार्ता