राज्य » उत्तर प्रदेशPosted at: Jun 1 2019 3:50PM कबरई पेयजल पुनर्गठन योजना बुझायेगी 40 हजार की प्यास
महोबा 01 जून (वार्ता) पेयजल के गंभीर संकट से जूझ रहे उत्तर प्रदेश में बुन्देलखंड के महोबा जिले में सरकार ने करीब 21 करोड़ रूपये की लागत वाली कबरई पेयजल पुनर्गठन योजना को स्वीकृति प्रदान की है। परियोजना के तहत 40 हजार आबादी वाली पत्थर उद्योग नगरी कबरई में पेयजल की उपलब्धता सुनिश्चित करने के कारगर उपाय अमल में लाये जाएंगे।
जल निगम सिविल शाखा के के अधिशाषी अभियंता एस0 एस0 तोमर ने शनिवार को बताया कि सूबे में खनिज राजस्व उपलब्ध कराने में अव्वल कबरई कस्बे में पेयजल आपूर्ति के लिए स्वीकृत पुनर्गठन योजना दो चरणों मे पूर्ण की जाएगी। इसके तहत कस्बे में चंद्रावल रोड स्थित जलापूर्ति प्लांट के उच्चीकरण के अलावा घनी आबादी के बीच कलशहा बाबा पहाड़ में एक और टंकी और ट्रीटमेंट प्लांट का निर्माण कराया जाएगा। इसके अलावा कस्बे में विभिन्न क्षेत्रों में नई पाइप लाइन बिछाए जाने समेत अन्य कार्यो को भी पूर्ण कराया जाएगा। सरकार ने ण्परियोजना का कार्य आरंभ कराए जाने के लिए बजट भी आवंटित कर दिया है। लोकसभा चुनाव की आचार संहिता समाप्त होने के साथ ही परियोजना में निविदा प्रक्रिया आरंभ कर कार्य को गति प्रदान कर दी गई है।
श्री तोमर ने बताया कि कबरई पेयजल पुनर्गठन योजना को यहां सिंचाई विभाग की अर्जुन सहायक परियोजना से जोड़कर तैयार किया गया है। जिसमे यहां 90 किलोमीटर दूर मध्य प्रदेश की सीमा पर स्थित लहचूरा बांध से वर्षा काल मे धसान नदी के अतिरिक्त पानी को नहर द्वारा कबरई बांध तक पहुचाने का प्रावधान है। पेयजल परियोजना में जलापूर्ति कबरई बांध से की जाएगी। सिंचाई विभाग द्वारा कबरई बांध की जल भंडारण क्षमता को बढाने के लिए उसके उच्चीकरण का कार्य पहले से ही कराया जा रहा है।
सं प्रदीप
वार्ता