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जालौन:बढतेे तापमान और घटते जलस्तर से गहराया पेयजल संकट

जालौन 05 जून (वार्ता) उत्तर प्रदेश के बुंदेलखंड में पेयजल संकट प्रमुख समस्या है और बढते तापमान के कारण जालौन जिले में जलस्तर लगातार घटता जा रहा है और पेयजल संकट लगातार गहराता जाता रहा है। कही ंनदी तो कहीं तालाब लगातार सूखते जा रहे है हालांकि प्रशासन ने तालाब भरवाने के निर्देश दिये हैं लेकिन इससे लोगो को कोई बड़ी राहत मिलती नजर नही आ रही है।
जिले के महेवा विकासखंड की नून नदी जिसकी कल कल अविरल बहती धारा आज तक नहीं टू्टी थी लेकिन इस बार बढते तापमान का असर कुछ ऐसा हुआ है कि अब नदी की धारा टूटने लगी है। इस नदी का जलस्तर घटने से कई गांवों में न केवल इंसानों बल्कि मवेशियों के लिए भी पेयजल संकट खड़ा हो गया है। नून नदी के किनारे स्थित सिकरी, महेवा ,पिथऊपुर, हथनोरा और पिपरोधा सहित नून नदी के साथ कई ग्राम पंचायतों में लोग, मवेशी और पक्षियों को भी पानी के लिए भटकना पड़ रहा है।
इसी तरह बेतवा नदी के किनारे स्थित कदौरा ब्लाक के कुआं खेरा, जमरेही, कांटा, सुनेता, दादूपुर, सुरती और पराशन सहित दर्जनों गांव बेतवा नदी के किनारे स्थित है लेकिन नदी में जनपद जालौन के अलावा अन्य जनपदों की सीमा में वैध एवं अवैध खनन के कारण नदी मे बहाव थम गया है। हमीरपुर की सीमा में तो बालू माफियाओं ने बेतवा की जलधारा ही रोक दी जिसके कारण भी बेतवा नदी का जल बहाव रुकने और जल स्तर नीचे जाने से पानी का संकट खड़ा हो गया ।
ग्रामीणों ने बताया कि जलस्तर नीचे जाने से हैंड पंप में पानी आना बंद हो गया इसी तरह नहरों में पानी ना आने से तथा सरकारी नलकूप खराब होने से भी तालाब सूखे पड़े हैं । आज भी कई तालाबों में धूल उड़ रही है ।विकासखंड महेवा की गांव सोहरापुर के प्रधान अरविंद कुमार ने बताया सरकारी नलकूप तकनीकी दोष के कारण बंद पड़ा है जिससे निजी नलकूप से तालाब भरवाने का प्रयास किया जा रहा है ।
जिला अधिकारी डॉ मन्नान अख्तर ने बताया कि तालाबों को भरवाने के लिए ग्राम विकास अधिकारी एवं खंड विकास अधिकारी तथा उप जिलाधिकारी को पूरे जनपद के तालाबों को भरवाने के लिए निर्देश जारी किए हैं साथ ही साथ क्रॉस चेकिंग के निर्देश भी दिये गये हैं। इसी तरह विकासखंड रामपुरा में पहूज नदी का जलस्तर कम होने से क्षेत्र का जलस्तर घट गया है ,इसके कारण हैंडपंप भी सूख गये हैं।
क्षेत्रीय नागरिकों का कहना है यदि रामपुरा माधवगढ़ ने पंच नद नदी पर बांध बना दिया जाए तो इससे क्षेत्र के जलस्तर की समस्या तो हल हो ही जाएगी साथ ही सूखी पड़ी कृषि भूमि में सिंचाई की संसाधन बढ़ने से पूरे क्षेत्र में खुशहाली भी आ सकती है । जालौन में सिंचाई के लिए किसी भी नदी पर कोई भी बांध नहीं है जिला जनपद के तीनों विधायक मूलचंद निरंजन गौरी शंकर वर्मा , नरेंद्र सिंह जादौन तथा सांसद भानु प्रसाद वर्मा ने बताया कि क्षेत्रीय लोगों की समस्या को देखते हुए पंच नद नदी बांध बनाने की योजना शासन के पास प्रस्तावित भी है और विचाराधीन भी, अति शीघ्र ही परियोजना को साकार रूप में परिणित होने की संभावना है।
सं सोनिया
वार्ता
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