राज्य » उत्तर प्रदेशPosted at: Jun 14 2019 12:31PM देवरिया में धड़ल्ले से चल रहे हैं गैर पंजीकृत नर्सिंग होमदेवरिया,14 जून (वार्ता) उत्तर प्रदेश के देवरिया में स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही से बिना पंजीकृत नर्सिंग होम और पैथोलॉजी सेन्टर बिना रोक टोक चल रहे हैं। सूत्रों के अनुसार जिले में करीब सौ के आसपास नर्सिंग होम और पैथोलॉजी सेन्टर बिना माप दंड के गैर कानूनी तरीके से चल रहे है। तीन दिन पूर्व शहर के रामनाथ मोहल्ले में एक तथाकथित नर्सिंग होम पर एक गर्भवती महिला का आपरेशन के दौरान नवजात का के मौत का मामला सामने आया था और पुलिस ने काफी जद्दोजहद के बाद नर्सिंग होम के संचालक और डाक्टर सहित कुल छह लोगों के खिलाफ धारा 304 ए, 417 आईपीसी के तहत मुकदमा दर्ज कर चार लोगों को हिरासत में लिया था। लेकिन पुलिस ने हिरासत में लिए गये व्यक्तियों को कुछ घंटों बाद थाने से छोड़ दिया। सूत्रों के अनुसार इसके पूर्व में भी जिले में अवैध तरीके से संचालित हो रहे नर्सिंग होम कई दुर्घटनाओं के समाचार मिल चुके हैं। बताया जाता है कि मामला सामने आने पर स्वास्थ्य विभाग कार्रवाई की बात तो करता है। लेकिन मामला ठंडा होते ही वह अवैध ढंग से संचालित नर्सिंग होमों और पैथोलॉजी सेक्टरों पर कोई कारगर कार्रवाई नहीं करता है। जिससे यह अवैध ढंग से संचालित नर्सिंग होम और पैथोलॉजी सेन्टर अपना कार्य बदस्तूर जारी रखे रहते हुये अपना गोरख धंधा फैलाये हुये हैं। जिले में कई ऐसे पैथोलॉजी सेन्टर मिल जायेंगे, जहां बिना दक्ष डाक्टर के पैथोलॉजी सेन्टर से मरीजों के खून, पेशाब आदि रिपोर्ट दे दी जा रही है। सूत्रों के अनुसार जिले के आलाधिकारी जान कर भी अनजान बने हुये हैं। इस सम्बन्ध में मुख्य चिकित्सा अधिकारी(सीएमओ) डा.धीरेन्द्र कुमार ने बताया कि जिले में 81 नर्सिंग होम, 70 क्लिनिक, 36 अल्ट्रासाउंड सेन्टर और 65 पैथोलॉजी सेन्टर के रूप में स्वास्थ्य विभाग में पंजीकृत हैं। अवैध रूप से संचालित अस्पतालों पर विभाग द्वारा जांच पड़ताल कर कार्रवाई की जाती है। सं प्रदीपवार्ता