राज्य » उत्तर प्रदेशPosted at: Jun 23 2019 12:03AM उत्तर प्रदेश योगी कृषि दो अंतिम गोरखपुरमुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में किसानों को जागरूकता एवं नवीन तकनीकी के अभाव में अनेक कठिनाइयों और चुनौतियों का सामना करना पड़ता है। वर्ष 2014 में देश में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सरकार बनने के बाद उनके द्वारा किसानों के लिए स्वायल हेल्थ कार्ड योजना चलाई गयी थी जिससे प्रत्येक किसानों को अपने खेत के बारे में जानकारी मिल सके और इसका बहुत अच्छा परिणाम सबके सामने आया है। प्रदेश में लगभग साढ़े तीन करोड़ किसानों को स्वायल हेल्थ कार्ड दिया गया जिसका लाभ उन्हें उनकी खेती में मिल रहा है। किसानों को खेत में किस उर्वरक/तत्व की आवश्यकता है इसकी जानकारी मिलने से उनकी आय में वृद्धि होने में सहायक होगी। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कृषि अपशिष्ठ से व्यापार करने के लिए कमलेश पाण्डेय, कृषि में अधिक आय के लिए वीरेन्द्र चैरसिया, नवीन कृषि तकनीक का प्रयोग करने के लिए सत्य प्रकाश दूबे को सम्मानित किया। श्री योगी ने कहा कि गन्ना किसानों के 78 हजार करोड़ का भुगतान चीनी मिलों द्वारा कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि बाढ़ सागर परियोजना पूर्ण कराकर 1.5 लाख हेक्टेयर क्षेत्र को सिंचन करने का कार्य किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि खेती के साथ साथ किसानों को पशुपालन के लिए आगे आना होगा। सरकार द्वारा गांव गांव में दुग्ध समितियां खोली जा रही है जो किसानों से दूध लेकर डेयरी तक पहुंचायेगी और किसानों की आय बढ़ाने में मदद मिलेगी। उन्होंने कहा कि गोरखपुर में चीनी मिल संचालित किया गया है, यह ऐसी चीनी मिल है जहां जितनी चीनी की आवश्यकता होगी बनाने के बाद शेष गन्ने से एथेनाल बनाया जायेगा। इस चीनी मिल की क्षमता 50 हजार कु0 प्रतिदिन है। योगी ने कहा कि कृषि के क्षेत्र में नये नये नवाचार की आवश्यकता है और किसान उसे अपनाये जिससे उनकी आय वृद्धि हो सके।उदय प्रदीपवार्ता