राज्य » उत्तर प्रदेशPosted at: Jun 27 2019 10:29PM राजनीति सांसद गुहार दो अंतिम वाराणसीअतुल राय के घोसी लोक सभा क्षेत्र से नामांकन पत्र दाखिल करने के बाद एक युवती की शिकायत पर वाराणसी के लंका थाने में गत एक मई को उनके खिलाफ दुष्कर्म का मामला दर्ज किया गया था। 19 मई को आम चुनाव हुए तथा 23 मई घोषित परिणाम में अतुल राय को निर्वाचित घोषित किया गया था। लेकिन प्राथमिकी दर्ज होने के बाद से फरार अतुल राय ने गत 22 जून को अतदाल में आत्मसमर्पण किया था। पुलिस के अनुसार, आरोप है कि राजनीति के क्षेत्र में मदद करने का प्रलोभन देकर अतुल राय ने युवती को अपने जाल में फंसाया और फिर कई माह तक ‘ब्लैकमेल’ कर यौन शोषण किया। वर्ष 2018 में मार्च से नवम्बर के दौरान उनके साथ कई बार दुष्कर्म किये गए। विरोध करने पर ‘बुरा अंजाम भुगतने’ की धमकियां दी गईं। गौरतलब है कि अतुल राय ने बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के टिकट अपना नामांकन पत्र दाखिल किया था। इसके बाद उनके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई। अंतिम चरण में इस वर्ष 19 मई को होने वाले चुनाव से पहले वह सार्वजनिक तौर पर अपना प्रचार करते कभी नहीं देखे गए, लेकिन 23 मई को जब परिणाम घोषित किये गए तो वह 1,22,568 मतों के भारी अंतर से विजयी घोषित किये गए। उन्होंने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी एवं तत्कालीन सांसद हरि नारायण राजभर को पराजित किया था। बसपा-समाजवादी पार्टी (सपा) गठबंधन प्रत्याशी अतुल राय को 5,73,829 मत मिले, जबकि श्री राजभर को 4,51,261 मतदाताओं का समर्थन मिला था। वर्ष 2014 में भाजपा के टिकट पर श्री राजभर ने यहां 1,46,015 मतों के भारी अंतर से जीत दर्ज की थी। बीरेंद्र प्रदीपवार्ता