गोंडा ,29 जून (वार्ता )उत्तर प्रदेश में देवी पाटन मंडल के गोंडा , बलरामपुर , बहराइच और श्रावस्ती समेत चारों जिलों में मातृ शिशु मृत्यु दर पर प्रभावी अंकुश लगाने और बच्चों के स्वस्थ रहने के उद्देश्य से राष्ट्रीय स्वास्थ मिशन के तहत यूनिसेफ आगामी एक जुलाई से 31 जुलाई तक द्वितीय विशेष संचारी रोग नियंत्रण व दस्तक अभियान चलायेगी।
मंडलायुक्त महेंद्र कुमार की अध्यक्षता में आयोजित मीडिया कार्यशाला में देते हुये यूनीसेफ के क्षेत्रीय समन्वयक सतीश कुमार ने शनिवार को यहां बताया कि अभियान के दौरान आशा बहुयें , आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों , और स्वास्थ्य कार्यकत्रियो को डोर टू डोर जाकर पंद्रह वर्ष तक के बच्चों के स्वास्थ की जानकारी के लिये लगाया जायेगा।
उन्होने बताया कि ये दस्तक अभियान लखनऊ व देवीपाटन मंडलों के लखनऊ , हरदोई , लखीमपुर , खीरी , रायबरेली , सीतापुर , उन्नाव , गोंडा , बहराइच , श्रावस्ती और बलरामपुर के अतिरिक्त बाराबंकी समेत बारह जिलों में चलाया जायेगा। देवी पाटन मंडल के अपर स्वास्थ्य निदेशक डां0 रतन कुमार ने बताया कि जापानी इंसेफलाइटिस में मंडल में अब तक कुल तीन मामले आये इनमें चिन्हित गोंडा जिले में दो और बहराइच जिले में एक मरीज का इलाज कराया जा रहा है। इसके अतिरिक्त टाइडफाइड ,डेंगू, मलेरिया , चिकनगुनिया व अन्य जानलेवा गंभीर बीमारियों के समूह एईएस के कुल कुल चौंतीस मामले प्रकाश में आये है इनमें गोंडा के आठ , बलरामपुर के ग्यारह , श्रावस्ती के तीन और बहराइच के बारह मरीज शामिल है।
श्री कुमार ने यहां बताया कि इस वर्ष एईएस से ग्रसित दो बच्चों की मृत्यु हो चुकी है। उन्होने बताया कि मंडल में इस वर्ष शिशु मृत्यु दर कुल 78 प्रति हजार अनुमानित की गयी है। यूनीसेफ की मीडिया समन्वयक गीताली ने बताया कि प्रदेश के अड़तीस जिले जापानी इंसेफलाइटिस से प्रभावित है जिनमें गोरखपुर और बस्ती मंडलों के सात जिलो के 617 गांव अति संवेदनशील पाये गये है। उन्होने बताया कि अभियान में उत्कृष्ट कार्य के लिये आशा बहुओं , आंगनबाड़ी कार्यकत्रियो व स्वास्थ कर्मियों को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के हाथों सम्मानित किया जायेगा। उन्होने बताया कि जिले में 96 जेई केंद्र बनाये जायेंगे।
इस अवसर पर आयुक्त ने मंडल के चारों जिलों के जिलाधिकारियो को कार्यक्रम में जोड़े गये बारह विभागों से अभियान में सहायता करने के लिये निर्देश दिये।
सं भंडारी
वार्ता