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वाराणसी में सावन में होगी शिव भक्तों पर ‘फूलों की बारिश’

वाराणसी, 12 जुलाई (वार्ता) उत्तर प्रदेश की धार्मिक नगरी वाराणसी में पवित्र सावन माह के दौरान करीब तीन करोड़ श्रद्धलुओं के विश्व प्रसिद्ध श्री काशी विश्वनाथ मंदिर समेत अन्य शिवालायों में दर्शन-पूजन करने आने की संभावना के मद्देनजर प्रशासन सुरक्षा के लिए हेलीकॉप्टर समेत तमाम अत्याधिक तकनीक का सहारा लेगा।
एटीएस कर्मी हेलीकॉप्टर से सुरक्षा निगरानी के साथ-साथ कांवड़ यात्रा मार्गों एवं प्रमुख शिवालयों पर आसमान से फूलों की बारिश कर देश-विदेश से आने वाले शिवभक्तों का अभिनंदन करेंगे।
प्रदेश के मुख्य सचिव अनूप चंद्र पांडेय एवं पुलिस महानिदेशक ओ पी सिंह ने शुक्रवार को यहां चार मंडलों के अधिकारियों के साथ बैठक कर कांवड यात्रा की तैयारियों की समीक्षा के बाद संवादाताओं को बताया कि इस बार ‘कुंभ’ एवं ‘प्रवासी भारतीय सम्मेलन’ की तरह सावन का त्योहार भव्य तरीके से मनाने के लिए प्रतिबद्ध है। इसके मद्देनजर श्रद्धालुओं के आवागमन, ठहरने और दर्शन-पूजन से लेकर सुरक्षा के समुचित इंतजाम किये जा रहे हैं।
बैठक में वाराणसी, मिर्जापुर, प्रयागराज और आजमगढ़ मंडलों के आयुक्तों समेत अन्य प्रमुख अधिकारी मौजूद थे। सर्वश्री पांडेय एवं सिंह समेत कई अन्य आला अधिकारियों ने श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में बाबा के दर्शन के बाद यहां की तैयारियों का जायजा लिया।
श्री पांडेय ने बताया कि इस बार पवित्र सावन माह (17 जुलाई से 15 अगस्त) के दौरान वाराणसी में करीब तीन करोड़ श्रद्धालुओं के पूजा-अर्चना के लिए आने की संभावना है। शिवभक्तों के लिए समुचित व्यवस्था की जा रही है। कांवड़ यात्रा के मद्देनजर चारों मंडलों में बिजली, लोक निर्माण विभाग, स्वास्थ्य विभाग, पुलिस, नगर निगम समेत तमाम विभागों के आला अधिकारियों के साथ बैठकर कर तैयारियों की समीक्षा की गई और हर हाल में उन्हें अपने-अपने क्षेत्र में निर्धारित कार्यों को 15 जुलाई तक पूरे करने के निर्देश दिये गए। उन्होंने बताया कि सड़कों को दुरुस्त करने से लेकर वहां की यातायात व्यवस्था सुगम बनाने के लिए युद्धस्तर पर तैयारियां की जा रही हैं।
श्री सिंह बताया कि सुरक्षा के चाकचौबंद इंतजाम किये जा रहे हैं। कांवड़ियों के श्री काशी विश्वनाथ मंदिर एवं अन्य प्रमुख शिवालयों तक आने-जाने के मार्गों पर जमीन से लेकर आकाश तक अभेद्य सुरक्षा इंतजाम किये जाएंगे। प्रमुख स्थानों एवं मार्गों सुरक्षा निगरानी के लिए शासन से हेलीकॉप्टर के इस्तेमाल की अनुमति मांगी गई है। उम्मीद है कि हेलीकॉप्टर मिल जाएगा, जिसके जरिये एटीएस की टीम हवाई निगरानी करेगी। सुरक्षा निगरानी के लिए स्थानीय पुलिस कर्मियों के अलावा जरूरत पड़ने पर केंद्रीय अर्द्धसैनिक बल के जवान तैनात किये जाएंगे। विभिन्न सुरक्षा एजेंसियों के साथ तालमेल कर अभेद्य सुरक्षा की व्यवस्था की जाएगी ताकि श्रद्धालु बिना किसी बाधा के दर्शन-पूजन कर सकें।
बीरेंद्र त्यागी
जारी वार्ता
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