वाराणसी, 29 जुलाई (वार्ता) उत्तर प्रदेश की धार्मिक नगरी वाराणसी में भगवान शंकर के प्रिय माह सावन के दूसरे सोमवार को श्री काशी विश्वनाथ मंदिर समेत अन्य शिवालों में दर्शन-पूजन करने देश-विदेश से आये लाखों शिवभक्तों की हेलीकॉप्टर से सुरक्षा निगरानी के साथ-साथ उन पर फूल बरसाये गए।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आनंदन कुलकर्णी ने बताया कि श्रद्धालुओं की भीड़ वाले प्रमुख स्थानों के अलावा कांवड़ यात्रा मार्गों की हवाई सुरक्षा निगरानी के साथ-साथ पुष्पवर्षा की गई। श्री काशी विश्वनाथ मंदिर, दशाश्वमेध घाट एवं शीतला समेत तमाम प्रमुख गंगा घाटों पर गंगा स्नान करने उमड़े शिवभक्तों पर हेलीकॉप्टर के जरिये आसमान से गुलाब की पंखुड़ियां बरसायी गयीं। श्री काशी विश्वनाथ मंदिर समेत तमाम प्रमुख मंदिरों एवं इलाहाबाद की ओर वाराणसी आने वाले मार्गों पर कांवड़ियों की सुरक्षा का जायजा लिया गया।
वाराणसी के शिवालयों में अराधना के लिए आस्था का सैलाब ऐसा उमड़ा है कि तमाम रेलवे स्टेशनों से लेकर गंगा घाटों और मंदिरों तक, हर तरफ भगवा रंग नजर आ रहा है। ‘बोल-बंम, बोल-बंम’ एवं ‘हर-हर महादेव’ के जायकारे लग रहे हैं। हेलीकॉप्टर से पुष्पवर्षा के दौरान शिवभक्तों का उत्साह एवं बाबा की भक्ति चरम पर दिखी। श्रद्धालु और ऊंची आवाजों में जयकारे लगाते नजर आये।
श्री काशी विश्वनाथ मंदिर, दशाश्वमेध घाट एवं काशी हिंदू विश्वविद्यालय स्थित श्री काशी विश्वनाथ मंदिर समेत तमाम क्षेत्रों में हेलीकॉप्टर से पुष्पवर्षा का अद्भूत नजारा देखने के लिए लोग कुछ मिनटों तक आसमान की ओर टकटकी लगाये रहे। बहुत से लोग अपने घरों की छतों पर खड़े होकर हेलीकॉप्टर से पुष्पवर्षा का नजारा देखते रहे। वे हर-हर महादेव के जयकारे लगाते रहे। इससे पहले रविवार को हेलीकॉप्टर ने अभ्यास किया था जिसमें मंडालायुक्त दीपक अग्रवाल, जिला अधिकारी सुरेंद्र सिंह, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक कुलकर्णी समेत कई आलाधिकारी भी सवार थे।
अधिकारिक सूत्रों ने बताया कि श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में ब्रह्ममूहुर्त में पूजा के लिए रविवार रात से गोदौलिया, मैदागिन और दशाश्वमेध घाट से मंदिर जाने के तमाम प्रमुख रास्तों पर लंबी कतारें लग गयी थीं। दशाश्वमेध घाट पर गंगा स्नान के बाद हाथों में पवित्र जल लिये कांवड़ियों के शिवालयों की ओर रुख करने का सिलसिला जारी है। दूर-दूर से आये श्रद्धालु ‘बंम-बंम भोले, हर-हर महादेव, शिव-शिव’ के जयकारे लगाते हुए लोग मंदिर की ओर बढ़ रहे हैं और पूजा कर रहे हैं। शिव को प्रसन्न करने की कोशिश में कांवड़िये धार्मिक गीतों पर नृत्य कर रहे हैं।
बीरेन्द्र त्यागी
जारी वार्ता