राज्य » उत्तर प्रदेशPosted at: Aug 3 2019 5:53PM राष्ट्रीय अयोध्या-योगी दो अंतिम अयोध्याश्री योगी ने बताया कि गोली काण्ड में मारे गये कोठारी बंधु राम मंदिर आंदोलन से जुड़े रहे। परमहंस को याद करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि वे सबसे अलग थे। उन्हें लाभि हानि की कोई चिंता नहीं थी। परमहंस रामचन्द्र दास वर्तमान पीढ़ी के लिये प्रेरणा हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि राम मंदिर आंदोलन में विश्व हिन्दू परिषद के सर्वेसर्वा अशोक सिंहल की भी महत्वपूर्ण भूमिका थी। उन्होंने पूरे देश के संतों को एक मंच पर किया जो अपने आप में बहुत बड़ा कार्य है। उन्होंने कहा “ वर्ष 1934 में गोरक्षपीठ मंदिर आंदोलन से जुड़ा और राम मंदिर मुक्ति समिति के अध्यक्ष हमारे गुरू महाराज अवैद्यनाथ बनाये गये। हमारे सामने एक अवसर है अयोध्या को उसके गौरव के अनुसार पहचान बनाना। अयोध्या का गौरव रखने की हम सबकी जिम्मेदारी है। केन्द्र, प्रदेश सरकार भरपूर मदद कर रही है। पहले त्यौहारों पर बिजली नहीं मिलता था अब चौबीस घंटे बिजली मिल रही है। श्री योगी ने कहा कि दो वर्ष के अंदर अयोध्या में व्यापक परिवर्तन हुए। अयोध्या ने देश को दीपोत्सव जैसा पर्व दिया यह अयोध्यावासियों के लिये गौरव की बात है। जिला कमिश्नरी का नाम लोग अब अयोध्या के नाम से जानने लगे। संतों की प्रेरणा से ही हम इस कार्य को आगे बढ़ा रहे हैं। इससे पहले मुख्यमंत्री ने बाईपास के किनारे मीरापुर दोआबा में जमीन का निरीक्षण किया जहां पर भगवान राम की 241 मीटर ऊंची प्रतिमा स्थापित होनी है। उसके बाद दिगम्बर अखाड़ा में श्रद्धालुओं की सुविधा के लिये निर्मित रामचन्द्र दास बहुउद्देशीय हाल का लोकार्पण भी किया। इस अवसर पर मणिराम छावनी के मुख्यमंत्री महंत कमलनयन दास शास्त्री, जगद्गुरू रामानुजाचार्य स्वामी वासुदेवाचार्य विद्या भास्कर, उदासीन आश्रम के महंत डा. भरत दास, स्वामी रामदिनेशाचार्य, रसिकपीठाधीश्वर जन्मेजय शरण, दिगम्बर अखाड़ा के महामंत्री शिवशंकर दास, महन्त रामानंदचार्य, जगद्गुरू माधवाचार्य, महंत कन्हैयादास रामायणी, महंत अवधेश दास, निर्वाणी अनी के महासचिव गौरीशंकर दास, दिगम्बर अखाड़ा के महंत सुरेश दास, अयोध्या के महापौर ऋषिकेश उपाध्याय, विधायक वेदप्रकाश गुप्ता सहित विधायक भाजपा के कार्यकर्ता मौजूद थे।सं प्रदीपवार्ता