राज्य » उत्तर प्रदेशPosted at: Aug 4 2019 7:21PM नहरो में टेल तक ही नही बल्कि किसान के खेत तक पानी पहुंचना चाहिए:धर्मपाल
गोरखपुर, 04 अगस्त (वार्ता) उत्तर प्रदेश के सिंचाई एवं सिंचाई (यांत्रिक) मंत्री धर्मपाल सिंह ने अधिकारियों को
निर्देश दिये है कि नहरो में टेल तक ही नही बल्कि किसान के खेत तक पानी पहुंचना चाहिए और साथ ही नहर काटने वालों के खिलाफ भी कार्रवाई करने के निर्देश दिए।
श्री सिंह ने रविवार को यहां सिंचाई, बाढ़,लघु सिंचाई आदि कार्यो की समीक्षा बैठक में अधिकारियों से कहा कि नहरो का कटान नहीं होना चाहिए यदि कहीं भी नहर कटते हुए पाया जाये तो अधिशासी अभियंता एवं सम्बंधित जेई से स्पष्टीकरण प्राप्त करने के पश्चात उसके निलम्बन की कार्रवाई करें। इसके साथ ही नहर काटने वालों के विरूद्ध भी प्राथमिकी दर्ज कराई जाय। पानी बहुत अमूल्य है और इसकी बर्बादी नहीं होनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि बाढ़ से कोई भी तटबंध कटने नहीं चाहिए बाढ़-बचाव के कार्यों को प्राथमिकता के आधार पूरी सजगता के साथ पूर्ण किया जायें और संवेदनशील/अतिसंवेदनशील बंधो पर निरन्तर निगरानी रखते हुए राॅ मैटेरियल्स की पर्याप्त उपलब्धता बनी रहे ताकि जररुत पड़ने पर कोई असुविधा न होने पायें।
श्री सिंह ने कहा कि सितम्बर माह तक सिंचाई एवं बाढ़ से सम्बंधित अधिकारी न तो अवकाश लें और न ही अपने
अधीनस्थाें को अवकाश दें, सभी तटबंध सुरक्षित होने चाहिए तथा इसकी सुरक्षा का पूरा इंतजाम रखते हुए सतत निगरानी रखी जायें।
बैठक में अधिकारियों ने बताया है कि गण्डक संगठन के तहत गोरखपुर मण्डल में कुल 63 परियोजना संचालित
है जिसमें 40 प्रतिशत की प्रगति है। उन्होंने इस प्रगति पर असंतोष प्रकट करते हुए कहा कि कम से कम 75 प्रतिशत की प्रगति होनी चाहिए। उन्होंने बताया गया कि गोरखपुर जिले में 455 किमी0 के 65 तटबंध में कुल 13 परियोजनाएं संचालित की गयी है। वर्तमान में नहरो के पानी की मांग की अनुरूप संचालन किया जा रहा है। जिले में कुल 1136 राजकीय नलकूप है। विभिन्न योजनाओं के तहत वित्तीष वर्ष 2018-19 में 60 नवीन राजकीय नलकूपों को निर्माण कार्य प्रगति पर हैं। उन्होंने सभी काम निर्धारित समयसीमा में पूरे करने का अधिकारियों निर्देश दिये।
उदय त्यागी
वार्ता