राज्य » उत्तर प्रदेशPosted at: Aug 10 2019 2:03PM हमीरपुर में छुट्टा जानवर एक साल में गटक जाते है लगभग 29 करोड़ रुपये का भूसा
हमीरपुर 10 अगस्त(वार्ता) उत्तर प्रदेश के हमीरपुर जिले में छुट्टा जानवर ( अन्ना पशु) एक साल में 28 करोड़ 80 लाख 90 हजार रुपये का भूसा गटक जाते है।
मुख्य पशु चिकित्साधिकारी (सीवीओ) डाॅ0 जय सिंह ने शनिवार को यहां बताया कि बुन्देलखंड में अन्ना पशुओं के नियंत्रण के लिये राज्य सरकार पूरा ध्यान दे रही है। इसके लिये जिले में 293 गौशालाओं का निर्माण किया जा रहा है
जिसमें 264 पशुआश्रय स्थलों में जानवरों को रखा जा रहा है। इसमें राठ क्षेत्र के औता, जखेड़ी समेत चार पशुआश्रय स्थल बड़े बनाये जा रहे है जिसमें कम से कम सौ से लेकर दौ सौ पशु रखे जायेगे। सीवीओ ने बताया कि अन्ना पशुओ के लियेे 292 स्थानों में भूसा एकत्र किया गया है जहां से गौशाला की देखरेक कर रहे लोग वहा से उठा ले जाते है।
उन्होंने बताया कि छुट्टा पशुओं की अग्रिम व्यवस्था के लिये सितम्बर 19 से अप्रैल 2020 तक के भूसे के लिये शासन से 16 करोड़ 96लाख रुपये की धनराशि और मांगी गयी है। अन्ना पशु एक साल में लगभग 28 करोड़ 80 लाख 90 हजार का भूसा चट कर जाते है। पशु आश्रय स्थलों में पशुओ की संख्या घटती बढती रहती है। इसके पहले प्रशासन ने ग्राम प्रधानों व गांव के प्रतिष्ठित लोगों से चंदा के रुप में 33 लाख 75 हजार रुपये जमा करा चुकी है। अन्ना पशु 1523 शहरी क्षेत्रों में व 10,706 ग्रामीण क्षेत्र के पशु आश्रय स्थलों पर बंद है।
शासन एक जानवर के हिसाव से तीस रुपये का बजट देता है। चार माह पहले शासन स्तर पर हुयी बैठक में एक जानवर के लिये कम से कम सौ रुपये दिनभर के लिये आहार की आवश्यकता होती है।
सं भंडारी
जारी वार्ता