लखनऊ 10 अगस्त (वार्ता)उत्तर प्रदेश पुलिस की स्पेशल टास्स फोर्स(एसटीएफ)ने नोएडा से एयरटेल की डीडीटीएम मशीन लगाने, टावर लगाने, बीमा पालिसी कैंसिल कराने, आईपीओ में इनवेस्ट कराकर रूपया कम समय में दाेगुना करने का प्रलोभन देकर दो सौ लोगों से पांच करोड़ की ठगी करने वाले गिरोह के सरगना समेत दो आराेपियों को गिरफ्तार किया है।
पुलिस महानिरीक्षक (एसटीएफ) अमिताभ यश ने शनिवार को यहां बताया कि उन्नाव में पश्चिम टोला क्षेत्र निवासी डा0 अशाेक कुमार दुबे घर में उनकी छत पर डिजिटल डाटा मशीन लगाने के लिये उनसे लगभग 20 लाख रूपया की धाेेखाधड़ी के सम्बन्ध में मुकदमा दर्ज किया था। मुकदमा दर्ज हाेने पर भी अब तक काेई भी प्रभावी कार्यवाही न हाेने के कारण शासन द्वारा एस0टी0एफ0 का सहयाेग प्राप्त करने की अपेक्षा की गयी।
उन्होंने बताया कि इस मामले में मुख्यालय स्थित साइबर क्राइम टीम द्वारा अभिसूचना संकलन की कार्रवाई प्रारम्भ
की गयी। अभिसूचना संकलन के दौरान पता चला कि कि शुभम मिश्रा, जो एक फर्जी कालसेंटर संचालक है नोएडा से एयरटेल की डीडीटीएम मशीन लगाने, टावर लगाने, बीमा पालिसी कैंसिल कराने, आईपीओं में इनवेस्ट कराकर रूपया
कम समय में दाेगुना करने का प्रलाेभन देकर सिक्याेरिटी, जीएसटी, स्टेट आन्जक्शन चार्ज आदि के नाम पर ठगी का काम करते थे।
श्री यश ने बताया कि टीम ने शुक्रवार को इस मामले में सरगना समेत दो आरोपियों काे नोएडा से गिरफ्तार किया। पूछताछ में गिराेह के मास्टरमांइड शुभम मिश्रा द्वारा डाॅ0 अशाेक दुबे से लगभग 20 लाख रूपये की ठगी किया जाना स्वीकार किया गया।
उन्होंने बताया कि गिरोह अब तक लगभग 200 लोगाें से पांच करोड़ की ठगी कर चुका है। उनके पास लगभग लगभग एक लाख ग्राहकों के अनाधिकृत डेटा मिला है। सरगना शुभम मिश्रा चन्दौली के मुगलसराय क्षेत्र का निवासी है। जबकि उसका साथी पंकज कुमार पश्चिम बंगाल का निवासी है। मामले की छानबीन की जा रही है।
सं भंडारी
वार्ता