Tuesday, Apr 23 2024 | Time 19:05 Hrs(IST)
image
राज्य » उत्तर प्रदेश


राजनीति प्रियंका सोनभद्र दो अंतिम सोनभद्र

गौरतलब है कि पिछली 17 जुलाई को ज़मीन के विवाद में सोनभद्र के घोरावल थाना अंतर्गत ग्राम उभ्भा में हुए गोलीकांड में गोंड जाति के दस लोगों की मौत हो गयी थी जबकि 28 लोग घायल हो गए थे। पीड़ितों से मिलने के लिए प्रियंका 19 जुलाई को सोनभद्र आकर घटनास्थल पर जाना चाहती थीं लेकिन प्रशासन द्वारा उन्हें मिर्ज़ापुर जिले के नारायणपुर में रोक लिया गया जहाँ पर प्रियंका गांधी सड़क पर ही अपने समर्थकों के साथ धरने पर बैठ गयीं और उभ्भा जाने की बात पर अड़ गयीं।
प्रशासन सोनभद्र में धारा 144 लागू होने का हवाला देते हुए उनसे वहीं से वापस लौट जाने का निवेदन करता रहा तथा बाद में उन्हें चुनार स्थित अतिथिगृह ले जाया गया जहाँ वो पीड़ितों से बिना मिले किसी भी हालत में वापस जाने को राज़ी नहीं हुईं वहीं उन्हें रात्रि विश्राम भी करना पड़ा। दूसरे दिन 20 जुलाई को उभ्भा से 70 किलोमीटर दूर पैदल चलकर पहुँची गोंड़ समाज की आदिवासी महिलाओं ने चुनार अतिथिगृह में ही उनसे मुलाक़ात की तब ग्रामीणों से इस वायदे के साथ कि शीघ्र ही सोनभद्र आकर उनसे मिलेंगी और उनके दुखदर्द बाँटेंगी वो वापस लौटीं। प्रियंका ने वहीं पर ग्रामीणों से प्रत्येक मृतक के परिजनों को दस लाख की सहायता राशि भेजने का वायदा किया था और वायदे के अनुसार उन्होंने कांग्रेस सचिव बाज़िराव खड़े को 27 जुलाई को उम्भा भेजकर प्रत्येक मृतक के परिजनों को दस लाख और प्रत्येक घायल को एक लाख की सहायता राशि का चेक भी भेजवा चुकी हैं l
प्रियंका के उम्भा गाँव के दौरे को योगी सरकार को क़ानून व्यवस्था के मोर्चे पर असफल साबित करने का प्रयास और कांग्रेस की आक्रामक रणनीति के रूप में देखा जा रहा है। यह भी चर्चा है कि क्या उभ्भा गाँव उत्तर प्रदेश में कांग्रेस का पुनः प्रवेश द्वार बन सकता है। यूं भी सोनभद्र प्रदेश की सीमा पर स्थित है। कम से कम इतना तो ज़रूर पक्का है कि उम्भा गाँव के मामले में प्रदेश की मुख्य विपक्षी पार्टियाँ सपा और बसपा कांग्रेस से काफ़ी पीछे रह गयीं हैं।
उधर, भाजपा ने कांग्रेस नेता के इस दौरे को राजनीति से प्रेरित बताया है। प्रदेश सरकार के प्रवक्ता एवं स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने कहा कि सोनभद्र में हालात बिल्कुल सामान्य है। पीड़ितों को सरकार की तरफ से यथासंभव मदद मुहैया करायी जा चुकी है और उन्हे न्याय दिलाने के लिये सरकार ने विभिन्न घोषणायें की है। पीडितों के परिजन सरकार के रवैये से बिल्कुल संतुष्ट भी है और वे इसका इजहार भी कर चुके हैं। ऐसे में कांग्रेस महासचिव का सोनभद्र दौरा सिर्फ राजनीति करने का जरिया मात्र रह जाता है।
वहीं कांग्रेस का कहना है कि सोनभद्र में अब तक पीड़ित परिवारों को उनकी ज़मीन पर हक नहीं मिल सका है। श्रीमती वाड्रा एक बार फिर इन पीड़ित परिवारों से मिलकर सरकार के सामने इस मुद्दे को उठाएंगी।
सं प्रदीप
वार्ता
More News
सहारनपुर में कार पेड़ से टकरायी,चार मरे

सहारनपुर में कार पेड़ से टकरायी,चार मरे

23 Apr 2024 | 6:39 PM

सहारनपुर, 23 अप्रैल (वार्ता) उत्तर प्रदेश में सहारनपुर जिले के फतेहपुर क्षेत्र में सोमवार रात तेज रफ्तार कार के सड़क किनारे पेड़ से टकराने से उसमे सवार पिता-पुत्र समेत चार लोगों की मौत हो गई जबकि दो अन्य गंभीर रुप से घायल हो गये।

see more..
image