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ऋण वसूली के लिए झांसी मंडल के सहकारी बैंको को दिये गये सख्त निर्देश

झांसी 09 सितम्बर (वार्ता) उत्तर प्रदेश के झांसी मंडल में जिला सहकारी बैंकों के बढते नॉन परफार्मिंग ऐसेस्टस (एनपीए) के बढते स्तर को देखते हुए वसूली बढाये जाने को लेकर सभी बैंकों को सख्त निर्देश दिये गये हैं।
यहां विकास भवन में सोमवार को अपर आयुक्त एवं अपर निदेशक (बैकिंग)/प्रबन्ध निदेशक (उ0प्र0 सहकारी ग्राम विकास बैंक लि0) अन्द्रा वामसी, की अध्यक्षता में उ0प्र0 ग्राम विकास बैंक लि0मण्डल झांसी एवं जिला सहकारी बैंक लि. जनपद झांसी, जालौन एवं ललितपुर के व्यावसायिक क्रियाकलापों विशेष रुप से बैंक की वसूली के सम्बन्ध में गहन और विस्तृत समीक्षा करते हुए विकास भवन में उपस्थित अधिकारियों से स्पष्ट कहा कि ऋण वसूली के मामले में मण्डल की स्थिति अच्छी नही है, इसमें सुधार जल्द किया जाए।
उन्होंने साफ तौर पर कहा कि बैंक से लिए गये ऋण के बकायादारों से दोस्ती मंजूर नही होगी, 10-10 बड़े बकायादारों की सूची बनाकर वसूली में तेजी लाये, यदि वसूली नही बढ़ेगी तो वेतन रोके जाने की कार्यवाही जाएगी। अधिकारी 10-10 गांवों को चिन्हित करते हुए भ्रमण करें और वसूली में प्रगति लाये। एनपीए के मामले में मण्डल की स्थिति चिंताजनक है, ऐसी शाखाये जहां स्थिति बेहद नाजुक है, वहां के शाखा प्रबन्धकों का वेतन रोका जाए। इसके साथ ही उन्हे शाखा से हटाये जाने की कार्यवाही की जाए।
श्री वामसी ने भूमि विकास बैंक की समीक्षा करते हुए कहा कि भूमि बन्धक कर ऋण दिया गया और वसूली नही हो रही है तो भूमि को नीलाम कर वसूली बढ़ाये। ए.आर. सही ढंग से अनुरंक्षण का कार्य करें, साथ ही वसूली में पिछड़ी शाखाओं की लगातार समीक्षा करे ताकि उनमें सुधार आ सके। उन्होने नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि 90 शाखाओं के समस्त अधिकारियों का वेतन रोका जा चुका है, यदि ऐसी स्थिति रही तो आगे भी वेतन रोका जाएगा। उन्होने मण्डल की अनेक तहसीलों में कम वसूली पर सख्त निर्देश देते हुए कहा कि यदि सुधार नही होता है तो कार्यवाही तय होगी।
उन्होने एनपीए की समीक्षा करते हुए कहा कि ऋण के सापेक्ष वसूली बेहद कम है, जिसे बढ़ाया जाना है। आप सभी बैंक की गरिमा के अनुरुप कार्य करे ताकि मण्डल में प्रगति आये। यदि तहसील स्तर से सहयोग प्राप्त नही हो रहा है तो जानकारी दे। उन्होने अधिकारियों से कहा कि जो ऋण दिया गया उसकी शत-प्रतिशत वसूली की जानी है इसमें कोई भी किसी भी प्रकार का समझौता नही होगा।
जिला सहकारी बैंक लि. की समीक्षा करते हुए श्री अन्द्रा वामसी ने कहा कि 160 करोड़ के सापेक्ष मात्र 7 करोड़ की वसूली की गयी जो 4.30 प्रतिशत है। शाखाओं द्वारा जो ऋण दिए गये उनकी समीक्षा कर लें क्योंकि वसूली बढ़ाने के लिए आने वाले 3 माह महत्वपूर्ण है, यदि वसूली में सुधार नही होगा तो मण्डल की रेटिंग नीचे आ जाएगी, यदि ऐसा हुआ तो प्रदेश की स्थिति खराब होगी। उन्होने कहा कि ऐसे ऋण जो कृषि के अतिरिक्त है उनकी वसूली अवश्य सुनिश्चित की जाए। उन्हे अभियान चलाकर वसूला जाए। जनपद ललितपुर में महरौनी व पाली की वसूली 1 प्रतिशत है, यह बेहद खेदजनक स्थिति है।
उन्होने वाहन, स्वरोजगार, सहायता समूह व प्रोपर्टी ऋण की वसूली में भी स्थिति अच्छी नही है। एक माह में यदि सुधार नही होता है तो सख्त कार्यवाही की जाएगी। अभियान चलाये, 10-10 बकायादारों को टारगेट कर वसूली बढ़ाये। प्रदेश में मण्डल की स्थिति बेहतर हो इसके लिए सभी अधिकारी कर्मचारी पूर्ण निष्ठा के साथ अपने कार्यो का निवर्हन करे।
इस मौके पर मुख्य विकास अधिकारी निखिल टीकाराम फुंडे, एडीएम नगेन्द्र शर्मा, उपायुक्त एवं उप निबन्धक उदयभानु सिंह और सहायक आयुक्त तथा सहायक निबन्धक रमेश कुमार गुप्तासहित मण्डल के समस्त विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।
सोनिया
वार्ता
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