लखनऊ, 25 सितम्बर (वार्ता) उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि पंडित दीन दयाल उपाध्याय वंचितों,गरीबों एवं समाज के अंतिम व्यक्ति तक शासन की योजनाओं का लाभ पहुंचाने के प्रबल पक्षधर थे।
मुख्यमंत्री बुधवार को यहां अपने सरकारी आवास पर पंडित दीन दयाल उपाध्याय की जयन्ती के अवसर पर श्रवणबाधित दिव्यांग बच्चों एवं उनके अभिभावकों से संवाद कर रहे थे। इस मौके पर उन्होंने कहा कि काॅक्लियर इम्प्लाण्ट की सुविधा श्रवणबाधित बच्चों के लिए वरदान है। एक समय सीमा, 3 से 7 वर्ष की आयु में काॅक्लियर इम्प्लाण्ट तथा इसके पश्चात स्पीच थेरेपी से श्रवणबाधित बच्चे सामान्य बच्चों की तरह जीवन जी सकते हैं।
उन्होंने कहा कि विगत वर्ष राज्य सरकार ने जिन बच्चों की काॅक्लियर इम्प्लाण्ट सर्जरी करायी गयी थी, वह सामान्य जीवन जी रहे हैं। इस वर्ष 68 बच्चों की काॅक्लियर इम्प्लाण्ट सर्जरी करायी जानी है। उन्होंने कहा कि इस प्रक्रिया को तेजी से आगे बढ़ाये जाने की जरूरत है। इस कार्य को हर जिले में केन्द्र बनाकर किया जाना चाहिए। सभी जरूरतमन्द को यह सुविधा दिलायी जानी चाहिए। राज्य व केन्द्र सरकार इसके लिए धनराशि प्रदान कर रही हैं। इस अवसर पर उन्होंने विगत वर्ष काॅक्लियर इम्प्लाण्ट से लाभान्वित बच्चों को फल तथा शिक्षा उपयोगी सामग्री प्रदान की।
श्री उपाध्याय की जयन्ती पर उन्हें नमन कर श्रद्धांजलि देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि वे अन्त्योदय और एकात्म मानववाद के प्रणेता थे। वह वंचितों, गरीबों तथा समाज के अन्तिम व्यक्ति तक शासन की योजनाओं का लाभ पहुंचाने के प्रबल पक्षधर थे। उन्होंने कहा कि श्री उपाध्याय की जयन्ती पर दिव्यांगजन को लाभान्वित करना उनके जैसे महामानव के प्रति सच्ची श्रद्धांजलि है।
त्यागी
जारी वार्ता