अयोध्या, 06 अक्टूबर (वार्ता) दुर्गापूजा के भव्य पंडाल मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम की नगरी अयोध्या में ही रामलीला का आकर्षण फीका कर रहे है। दशकों पहले अगिनत क्षेत्रों में आयोजित होने वाली रामलीला का मंचन अब मात्र दो स्थानों पर सिमट गया है।
रामलीलाओं के मंचन के बजाय यहां का खासकर नौजवानों का रुझान रामलीला के बजाय दुर्गापूजा की ओर बढ़ रहा है। रामलीला लोग देखना नहीं चाहते या राम के आदर्शों को पसंद नहीं किया जा रहा है ऐसी बात नहीं है, बल्कि यहां लोगों से बातचीत से स्पष्ट होता है कि रामलीलाओं के आयोजन में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है जबकि दुर्गा पूजा में सब कुछ रेडीमेड उपलब्ध हो जाता है।
रामलीला पंडालों में बदल-बदलकर आयोजित होने वाले कार्यक्रमों में मनोरंजन अपेक्षाकृत ज्यादा हो जाता है जबकि आदर्श रामलीलाओं के मंचन में प्रसंग बदलने का प्रश्न ही नहीं उठता है। दुर्गा पूजा का चलन बढऩे से पहले रामलीलाओं की धूम मची रहती थी लेकिन अब बदली परिस्थितियों में तेज आवाज व लाउडस्पीकरों से उठने वाले भजनों की ओट में रामलीलाओं की आवाज दब सी गयी है।
पुलिस अभिलेखों के मुताबिक अयोध्या में खासकर इस बार मात्र दो स्थानों पर रामलीला का आयोजन हो रहा है जबकि दुर्गा प्रतिमाएं करीब 1500 स्थानों पर स्थापित की गयी हैं। पुलिस के अनुसार अयोध्या और फैजाबाद क्षेत्र में लगभग दो हजार स्थानों पर दुर्गा पूजा का आयोजन है जबकि रामलीलाओं का आयोजन मात्र सत्रह स्थानों पर हो रहा है।
रामलीलाओं के मंचन में आ रही कमी के बारे में केन्द्रीय दुर्गा पूजा एवं रामलीला समन्वय समिति के संरक्षक तथा नगर पालिका परिषद फैजाबाद के पूर्व अध्यक्ष विजय कुमार गुप्ता ने बताया कि युवकों में दुर्गा पूजा के प्रति अचानक बढ़ा आकर्षण इसका बहुत बड़ा कारण है। दुर्गा पूजा की बढ़ती लोकप्रियता का आलम यह है कि कभी-कभी रामलीला के कलाकारों की कमी पड़ जाती है। आमतौर पर रामलीला का एक दर्शन पर ही मंचन होता है जबकि दुर्गा पूजा में मनोरंजन के साधन सम्बन्धित कमेटी को अपनी क्षमता अनुसार बदलने का पूरा अवसर प्राप्त होता है।
श्री गुप्ता ने बताया कि अब तो कृष्ण जन्माष्टमी की मूर्तियां शहर में कई जगह सजायी जाती हैं। इसके साथ ही गणपति पूजा का क्रेज भर दिनोदिन बढ रहा है। इसी साल अयोध्या में लगभग साठ स्थानों पर गणेश प्रतिमाये स्थापित की गयी थी और एक साथ मूर्तियों का शोभा यात्रा निकालकर मूर्तियों का विसर्जन भी हुआ था।
इस बीच नगर में दुर्गा पूजा की धूम मची हुई है। पूरी अयोध्या इसके पूरे आसपास के क्षेत्र में दुर्गामय हो गये हैं। माँ दुर्गा की कलात्मक मूर्तियां सजी हुई हैं। इस बार दुर्गा महोत्सव के दौरान भव्य दुर्गा प्रतिमाओं के दर्शन हो रहे हैं। नवरात्र में जहां दुर्गा पूजा महोत्सव काफी धूमधाम से मनाया जा रहा है शहर के नाका और चौक में दुर्गा पूजा में बने पण्डाल लोगों को आकर्षित कर रहे हैं। दुर्गा पूजा के प्रति बढ़े आकर्षण के बावजूद कहीं-कहीं जनसामान्य को ध्वनि प्रदूषण से कठिनाई महसूस होते हुए भी देखा जा सकता है। ध्वनि प्रदूषण की हालत वहां ज्यादा बदतर है जहां दो दुर्गा पूजा समिति के लाउडस्पीकर आसपास लगाये गये हें और उनमें तेज बजाने का कम्पटीशन शुरू हो गया है।
केन्द्रीय दुर्गा पूजा एवं रामलीला समन्वय समिति के अध्यक्ष मनोज कुमार जायसवाल ने बताया कि इस बार नया जिला अयोध्या घोषित होने पर सौहार्द वातावरण बना रहे। इस सम्बन्ध में जिला प्रशासन के साथ समिति की कई बैठकें भी आयोजित की गयी हैं। उन्होंने बताया कि रामलीला दुर्गा पूजा को देखते हुए भारी भरकम पुलिस बल की तैनाती तो की ही गयी है लेकिन केन्द्रीय दुर्गा समिति के द्वारा भी पण्डालों में शक्ति वाहिनी को भी सुरक्षा व्यवस्था के लिये लगाया गया है।
इस बीच दुर्गा पूजा एवं दशहरा पर्व के मद्देनजर जिला प्रशासन ने सुरक्षा की चौकसी बढ़ा दी है और इस सिलसिले में ग्रामीण व शहरी क्षेत्रों में हर कोतवाली और थाना पर शांति कमेटी की कई बैठकें आयोजित की गयी हैं जिससे त्यौहारों को कुशलतापूर्वक मनाया जा सके। पुलिस के मुताबिक प्रत्येक दुर्गा पण्डालों पर कम से कम दो सुरक्षा कर्मी तैनात किये गये हैं। जिलाधिकारी अनुज कुमार झा, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आशीष तिवारी ने इन त्यौहारों पर कड़ी नजर स्वयं रखे हुए हैं और बराबर अधिकारियों, समाज के समाजसेवी कार्यकर्ताओं के साथ बैठकें करके सौहार्द पूर्ण वातावरण में त्यौहार मनाने का संकल्प दिला रहे हैं। उन्होंने बताया कि इस बार रामलीला और दुर्गा पूजा में ड्रोन कैमरे से भी निगरानी की जायेगी।
फैजाबाद के मण्डलायुक्त मनोज कुमार मिश्र, पुलिस महानिरीक्षक संजय गुप्ता ने भी पूरे मण्डल का विभिन्न जिलों में रामलीला एवं दुर्गा पूजा को सकुशल सम्पन्न कराने के लिए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एवं जिलाधिकारी के साथ एक बैठक करके सभी अधिकारियों से कहा है कि रामलीला व दुर्गा पूजा सौहार्दपूर्ण बनाने के लिये सुरक्षा व्यवस्था पर विशेष ध्यान दिया जाय।
पुलिस अधीक्षक नगर विजय पाल सिंह एवं पुलिस अधीक्षक ग्रामीण शैलेन्द्र सिंह ने बताया कि असमाजिक तत्वों पर कड़ी नजर रखी जा रही है। शांति बनाये रखने के लिये पूरी सतर्कता बरतने के निर्देश दिये गये हैं। उन्होंने बताया कि अधिकारियों को गश्त पर रहने के लिये कहा गया है। त्यौहारों को देखते हुए शहर में कई बार फ्लैग मार्च भी कराया गया है। जिलाधिकारी अनुज कुमार झा एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आशीष तिवारी ने बताया कि हालांकि यहां किसी गड़बड़ी की आशंका नहीं है फिर भी एहतियात के तौर पर आवश्यक प्रबंध किये गये हैं और यह भी ध्यान दिया गया है कि आम जनता को कोई कठिनाई न हो सके इसके लिये पूरी व्यवस्था की गयी है।
सं प्रदीप
वार्ता