राज्य » उत्तर प्रदेशPosted at: Oct 14 2019 8:36PM हरदोई से पांच साल पहले अपृहत की गई लड़की को सीतापुर से किया बरामदलखनऊ, 14 अक्टूबर (वार्ता) उत्तर प्रदेश पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) और हरदोई जिला पुलिस के सहयोग से 14 वर्षीय अपहृता काे पांच साल बाद सीतापुर के पिसांवा से बरामद कर लिया। पुलिस प्रवक्ता ने सोमवार को यहां बताया कि मुख्य मंत्री के आईजीआरएस पोर्टल पर हरदोई के बिलग्राम से भाजपा विधायक के पत्र के माध्यम से प्राप्त शिकायत के आधार पर थाना माधाेगंज पर दर्ज मामले में हरदोई के पुलिस अधीक्षक ने अपहृत किशोरी की बरामदगी के लिए एसटीएफ का सहयाेग के लिए अपर पुलिस महानिदेशक कानून एव व्यवस्था से अनुराेध किया था। उन्होंने बताया कि किशोरी को बरामद करने के लिए एसटीएफ के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक राजीव नारायण मिश्र के निर्देश पर एसटीएफ की टीम ठगित की गई। उन्होंने बताया कि 14 साल की किशोरी 20 मई 2014 से गायब थी। इस मामले में तीन नामजद किए गये थे । जिसमें एक आरोपी सतेन्द्र उर्फ सतीश को एक साल तक जेल में भी रह चुका है। प्राथमिक छानबीन से नामजद तीनों आरोपियों की प्रथम दृष्टया संलिप्तता प्रतीत नहीं हुई परिणाम स्वरूप एसटीएफ टीम नेछानबीन की दिशा परिवर्तित करते हुए मुखबिर लगाये गये। प्रवक्ता ने बताया कि इसी क्रम में जानकारी मिली कि सीतापुर जिले के पिसांवा इलाके के बाजनगर निवासी नरेन्द्र सिंह ने अपने बेटे प्रदीप सिंह का विवाह करीब 04-05 वर्ष पहले नेहा नाम की एक कम उम्र की लड़की से कराया है, जिसके मूल निवास और माॅ बाप के सम्बन्ध में काेई जानकरी किसी काे नहीं है। इस सूचना की तस्दीक के लिए उपनिरीक्षक शैलेन्द्र कुमार के नेतृत्व में एसटीएफ टीम के अलावा माधाेगंज थाने की पुलिस ने संयुक्त रुप से महिला पुलिस कर्मियाें के साथ बाजनगर पहुंची और ग्रामीणों के साथ नरेन्द्र सिंह के घर पहुंची और अपहृता काे बरामद किया गया। उन्होंने बताया कि पूछताछ पर अपहृता ने बताया गया कि हरोई के सुरसा इलाके के सफियापुर निवासी सतेन्द्र से उसके प्रेम सम्बन्ध थे जिसके कारण 20-05-2014 काे वह अपने घर से बगैर बताये चली गयी थी। सतेन्द्र काे उसने हरदोई रेलवे स्टेशन पर मिलने को कहा था, लेकिन सतेन्द्र ने उसकी इस याेजना में सम्मिलित हाेने से मना कर दिया। ट्रेन में बैठकर वह कानपुर चली आयी जहाॅ झनखर नाम का एक व्यक्ति मिला जिसके झांसे में आकर वह हरदोई जिले के टडिंयावां इलाके साेहासा गांव आ गयी। दो-तीन दिन तक अपने घर में रखने के बाद झनखर ने उसे 50 हजार रूपये लेकर अपने एक रिश्तेदार नरेन्द्र सिंह काे बेच दिया। नरेन्द्र सिंह का पुत्र प्रदीप सिंह अविवाहित था जिसके साथउसका विवाह करा दिया गया तब से वह ग्राम बाजनगर में नरेन्द्र सिंह के बहू के रूप में रह रही है। उसकी तीन वर्ष की एक पुत्री भी है। इस प्रकरण में आगे की कार्रवाई हरदोई की माधोगंज पुलिस कर रही है।त्यागीवार्ता