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उत्तर प्रदेश-उप्र सुरक्षा निर्देश दो अंतिम लखनऊ

बैठक में पुलिस महानिदेशक ने कहा कि पाॅक्सो एक्ट के मामलों में निरन्तर अनुश्रवण एवं सत्त प्रयास कर कम से कम समय में अभियुक्तों को न्यायालय से आजीवन कारावास की सजा दिलायें। उन्होंने कहा कि पाॅक्सो एक्ट के मामलों में निरन्तर अनुश्रवण एवं सत्त प्रयास के फलस्वरूप औरैया में दो मामलों में अभियुक्त को 29 और 36 दिन में न्यायालय द्वारा आजीवन कारावास की सजा और अर्थदण्ड से दण्डित किया गया। एक मामले तो आज ही औरैया जिला अदालत ने आजीवन कारावास की सजा सुनाई है।
उन्होंने कहा कि पहली प्राथमिकता महिलाओं एवं बच्चों के प्रति घटित अपराधों को रोकने और उसके अभियुक्तों को सख्त से सख्त सजा दिलाने की रही। इसी क्रम में पिछले साल 24 अक्टूबर को प्रदेश के प्रत्येक जिले में मानीटरिंग सेल के गठन के लिए निर्देश दिये गये तथा मानीटरिंग सेल की प्रथम प्राथमिकताओं में पाॅक्सो एक्ट सम्बन्धी अभियोगों की पैरवी और उनका अनुश्रवण एवं जिला एवं सत्र न्यायाधीश की अध्यक्षता में होने वाली संयुक्त बैठक में ऐसे प्रकरणों को संज्ञान में लाने के निर्देश दिये गये थे। इसी क्रम में प्रत्येक सप्ताह में पाॅक्सो एक्ट के चयनित अभियोगों की वीडियो कान्फ्रेसिंग के माध्यम से परिक्षेत्रवार समीक्षा की जाती है। इस वीडियो क्रान्फेसिंग में परिक्षेत्र स्तर के पुलिस अधिकारी के साथ-साथ मानीटरिंग सेल के निरीक्षक, अभियोगों के विवेचक एवं प्रत्येक जनपद के अभियोगों से सम्बन्धित अभियोजन शाखा के अधिवक्ता प्रतिभाग करते हैं।
पुलिस महानिदेशक ने अपर पुलिस महानिदेशक, महिला सम्मान प्रकोष्ठ को दिये गये निर्देशों के क्रम में महिला सम्मान प्रकोष्ठ की योग्य महिला कर्मियों द्वारा चिन्हित पाॅक्सो एक्ट के अपराधों के पीड़िताओं की प्रभावी काउंसलिंग भी करायी जा रही है। इसके अतिरिक्त जिले के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक/पुलिस अधीक्षक को जघन्य लैंगिक अपराधों की शीर्षकवार सूची तैयार कर, संवेदनशीलता के दृष्टिकोण से घटते हुए क्रम में मानचित्र तैयार करने एवं जिले के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक/पुलिस अधीक्षक, क्षेत्राधिकारी, प्रभारी निरीक्षक व महिला पुलिस अधिकारी को 02-02 अभियोगों की वरीयता क्रम में पैरवी करने एवं पीडिता की काउंसलिंग एवं अनुमन्य आर्थिक सहायता के लिए प्रभावी कार्रवाई करने के निर्देश दिये , जिसके फलस्वरूप इस प्रकार का परिणाम प्राप्त हुआ।
श्री सिंह ने औरैया के अभियोग में प्रभावी पैरवी करने वाले जितेन्द्र सिंह तोमर स्पेशल पब्लिक प्रासीक्यूूटर व टीम को डीजीपी का प्रशस्ति पत्र प्रदान करने की घोषणा की ।
बैठक में अपर पुलिस महानिदेशक (कानून व्यवस्था), अपर पुलिस महानिदेशक (अपराध), अपर पुलिस महानिदेशक रेलवेज, पुलिस महानिरीक्षक, (अपराध) पुलिस महानिरीक्षक कानून-व्यवस्था सहित मुख्यालय के अन्य अधिकारीगण उपस्थित रहे।
त्यागी
वार्ता
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