Friday, Mar 29 2024 | Time 14:18 Hrs(IST)
image
राज्य » उत्तर प्रदेश


लोकरूचि मैला सच्चाई दो अंतिम इटावा

मैला प्रथा बंद करने को लेकर पूरे देश में “हाथ से मैला उठाने वाले कर्मियों के नियोजन का प्रतिषेध और उनका पुनर्वासन अधिनियम 2013” लागू है, फिर भी सैकडों वाल्मीकि महिलायें अपने अपने गावं में सुबह उठकर मानव मल उठाती है ।
फिल्म की शूूटिंग पांच नदियो के संगम पंचनदा से शुरू हो बुंदेलखंड के कई गांव तक केंद्रित है। चंबल के बीहडों और बुंदेलखंड के इलाके में 10 अक्टूबर शुरू हुई है । मास्साब, बंदूक जैसी सम्मानित और पुरस्कृत फिल्मो के लेखक निर्देशक और तेलुगु फिल्मों के सुप्रसिद्ध अभिनेता आदित्य ओम इस फिल्म के भी लेखक निर्देशक हैं। आदित्य ओम के अनुसार मैला ढोने की कुप्रथा को एक बच्चे के दृष्टिकोण से देखने की ये फिल्म एक कोशिश है ।
एक दौर ऐसा आया जब देश में बनने वाली हर चैथी फिल्म की कहानी या लोकेशन चंबल होती । इसी वजह से चंबल घाटी को फिल्मलैंड कहा जाता है। जमींदारों के अत्याचार, आपसी लडाई और जर, जोरू और जमीन के झगडों को लेकर 1963 में आई फिल्म मुझे जीने दो के बाद इस विषय पर सत्तर के दशक में बहुत सारी फिल्में, चम्बल के बीहड और बागियों को लेकर बनीं, जिनमें डाकू मंगल सिंह -1966, मेरा गांव मेरा देश-1971, चम्बल की कसम-1972, पुतलीबाई-1972, सुल्ताना डाकू-1972, कच्चे धागे-1973, प्राण जाएँ पर बचन न जाए-1974, शोले-1975, डकैत-1987, बैंडिट क्वीन-1994, वुंडेड रू द बैंडिट क्वीन-2007, पान सिंह तोमर-2010, दद्दा मलखान सिंह और सोन चिरैया-2019 और निर्भय सिंह आदि प्रमुख हैं। इन फिल्मों में से कुछ फिल्मों में चम्बल की वास्तविक तस्वीर बडी विश्वसनीयता के साथ अंकित हुई है।
घाटी में फिल्मांकन की दृष्टि से पीला सोना यानी सरसों से लदे खेत, इसके खाई-भरखे, पढावली-मितावली, बटेश्वर, सिंहोनिया के हजारों साल पुराने मठ-मन्दिर, सबलगढ धौलपुर, अटेर, भिंड के किले, चंबल सफारी में मगर, घडियाल और डाल्फिनों के जीवन्त दृश्य और चाँदी की तरह चमकती चंबल के रेतीले तट और स्वच्छ जलधारा। इसके अलावा और भी बहुत कुछ है चम्बल में, जिस पर फिल्मकारों और पर्यटकों की अभी दृष्टि पडी नहीं है। चंबल बहुत ही उर्वर है इस मामले में नए फिल्मकारों को इसका लाभ उठाना चाहिये। वहीं आगामी अप्रैल माह से अंतर्राष्ट्रीय फिल्म समारोहों में मैला भी दस्तक देगी ।
सं प्रदीप
वार्ता
More News
मुख्तार अंसारी की हृदयाघात से मौत

मुख्तार अंसारी की हृदयाघात से मौत

28 Mar 2024 | 11:31 PM

बांदा 28 मार्च (वार्ता) बांदा जेल में निरुद्ध माफिया सरगना मुख्तार अंसारी की गुरुवार रात दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गयी।

see more..
मुख्तार अंसारी की हृदयाघात से मौत

मुख्तार अंसारी की हृदयाघात से मौत

28 Mar 2024 | 11:03 PM

बांदा 28 मार्च (वार्ता) बांदा जेल में निरुद्ध माफिया सरगना मुख्तार अंसारी की गुरुवार रात दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गयी।

see more..
मुख्तार अंसारी की हालत फिर बिगड़ी,अस्पताल ले जाया गया

मुख्तार अंसारी की हालत फिर बिगड़ी,अस्पताल ले जाया गया

28 Mar 2024 | 10:51 PM

बांदा 28 मार्च (वार्ता) बांदा जेल में निरुद्ध माफिया सरगना मुख्तार अंसारी की सेहत बिगड़ने पर गुरुवार देर शाम मेडिकल कॉलेज में भर्ती किया गया है। अंसारी की हालत नाजुक बतायी जाती है।

see more..
image