राज्य » उत्तर प्रदेशPosted at: Oct 26 2019 2:34PM उत्तर प्रदेश - लीड डायल 112 दो अंतिम लखनऊमुख्यमंत्री ने कहा कि हालांकि जनता की अपेक्षा पर खरा उतरने की अभी भी काफी गुंजाइश है। डायल 112 इस दिशा में महती भूमिका अदा करेगी। उन्होने कहा कि डायल 112 को प्रमोट करना होगा हालांकि कुछ समय तक डॉयल 100 साथ चलेगा जबकि बाद में 112 ही लगातार चलेगा। डायल 112 सेवा 108 और 102 मेडिकल सेवा, 1090 और सीएम हेल्पलाइन समेत सभी सेवाओं के एक साथ जुड़ने का बेहतर उदाहरण है। मुख्यमंत्री ने कहा कि अब अलग अलग काम के लिए अलग नम्बर की जरूरत नहीं पड़ेगी। यदि 108 से देर लगे तो 112 डॉयल कर सकता है। नई तकनीक से कॉलर तक यह सेवा तुरंत पहुंचेंगी। रिस्पांस टाइम के साथ रूट चार्ट भी नजर रखी जायेगी। वरिष्ठ नागरिकों की सुरक्षा के लिए यूपी पुलिस ने बेहतर पहल की है। जिनका कोई सहारा नहीं उनमे यह सेवा नया विश्वास पैदा करने में सहायक होगी। कामकाजी महिलाओं की सुरक्षा के साथ ही यह सेवा घरेलू हिंसा पर नकेल कसने में सफल होगी। गौरतलब है कि 100 नंबर को 112 नंबर पर परिवर्तित करने की प्रक्रिया पहले ही पूरी कर ली गई थी। पुलिस महानिदेशक डीजीपी ओम प्रकाश सिंह ने पहले ही इसका परिपत्र जारी कर दिया था। इससे पहले एडीजी यूपी 100 असीम अरुण ने बताया कि कुछ मोबाइल नेटवर्क से 112 डायल करने में समस्या थी, जिसका समाधान कर दिया गया है। साथ ही 112 इंडिया एप से भी यूपी की आपातकालीन सेवाओं को जोड़ दिया गया है। 112 नंबर सेवा को फायर सर्विसेज, एंबुलेंस और एसडीआरएफ को भी जोड़ा गया है। पुलिस की गाड़ियों और साइन बोर्ड से यूपी 100 का लोगो हटाया जाएगा। असीम अरुण ने बताया कि पूरे देश में एक आपातकालीन नंबर 112 का प्रचार-प्रसार किया जा रहा है। हालांकि 26 अक्तूबर के बाद भी 100 नंबर को चालू रखा जाएगा क्योंकि यह काफी पहले से चला आ रहा है। एप के माध्यम से भी पुलिस, फायर और चिकित्सा संबंधी सहायता उपलब्ध कराई जाएगी।प्रदीपवार्ता