उन्नाव, 28 अक्टूबर (वार्ता) उत्तर प्रदेश के उन्नाव में दुष्कर्म के आरोपी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने भले ही निष्कासित कर दिया हो लेकिन पार्टी के कई बड़े नेता और विधायक दुख की घड़ी में सोमवार को उनके साथ खड़े नजर आये।
माखी कांड के आरोपी विधायक सेंगर नई दिल्ली की तिहाड़ जेल में निरूद्ध हैं। शनिवार को उनके भाई मनोज सिंह की हृदयगति रूकने से शनिवार को मृत्यु हो गयी थी। उनका आज यहां गंगा तट पर स्थित परियर घाट में अंतिम संस्कार कर दिया गया। भाई के अंतिम संस्कार में शामिल होने सेंगर पैरोल पर घाट पहुंचे थे। इस मौके पर भाजपा के फायर ब्रांड नेता एवं सांसद साक्षी महाराज, सदर विधायक पंकज गुप्ता, सफीपुर विधायक बम्बालाल दिवाकर और पुरवा विधायक अनिल सिंह, कानपुर में बिठूर के विधायक अभिजीत सिंह सांगा के अलावा हजारों की तादाद में विधायक समर्थक मौजूद थे।
अंतिम संस्कार के मौके पर माखी कांड में आरोपित मृतक के भाई अतुल सिंह भी थे। सेंगर के सभी मामलों की पैरवी दिल्ली की अदालत में उनके छोटे भाई मनोज सिंह सेंगर उर्फ लंकेश कर रहे थे। इसके चलते वो दिल्ली में ही रह रहे थे। शनिवार रात तबियत बिगड़ने पर उन्हें अस्पताल ले जाया गया था, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया था। भाई की अंत्येष्टि में शामिल होने के लिए आरोपित विधायक और उनके भाई अतुल की पैरोल की मांग की थी जिसे अदालत ने मंजूर कर लिया था।
दोनों को हजारों की भीड़ के बीच से चिता तक पहुंचाने में पुलिस को काफी मशक्कत करनी पड़ी। अंत्येष्टि में शामिल होने आई समर्थक और गांव के लोग विधायक से संवेदना जताने के लिए धक्का मुक्की पर उतारू हो गए। इस पर सेंगर ने अश्रुपूरित नेत्रों से कुर्सी के ऊपर खड़े होकर समर्थकों को रोकने का इशारा किया।
प्रदीप
वार्ता