राज्य » उत्तर प्रदेशPosted at: Nov 18 2019 6:40PM पराली जलाने वाले किसानों के खिलाफ जालौन प्रशासन हुआ सख्तजालौन 18 नवंबर (वार्ता) पराली जलाने को लेकर उच्चतम न्यायालय के आदेश के बाद प्रदेश सरकार के कड़े रवैये के बीच जालौन प्रशासन ने भी अपने यहां किसानों को पराली जलाने से बचने और ऐसा करने वालों को चिंहित कर कानूनी कार्रवाई करने के निर्देश जारी किये हैं। जिलाधिकारी डॉ़ मन्नान अख्तर ने कृषि विभाग के अधिकारियों के अलावा जनपद के पांचों तहसीलों के उप जिलाधिकारियों को पराली जलाने वालों को चिन्हित करने का सोमवार को आदेश दिया । वही पुलिस अधीक्षक डॉ़ सतीश कुमार ने जनपद के समस्त थाना प्रभारियों को पराली जलाने वाले किसानों के खिलाफ कानूनी कार्यवाही करने का निर्देश भी दिया है । जिलाधिकारी ने बताया कि जनपद में मेंथा तिल और धान की पराली के अलावा खेतों में फसल के अवशेष के डंठलों को जलाने वाले किसानों की पहचान सेटेलाइट के माध्यम से गाटा संख्या एवं रकबा को चिन्हित कर लिया गया है, चिन्हित किए गए क्षेत्र में जांच करने के लिए जनपद के कृषि विभाग के अधिकारियों के अलावा सभी तहसीलों के उप जिलाधिकारियों के साथ राजस्व कर्मियों को जांच के लिए मौके पर भेजा गया। जांच उपरांत पराली जलाने वाले किसानों के खिलाफ नियमानुसार दंडात्मक कार्यवाही की जाएगी। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि जनपद के समस्त थाना प्रभारियों को अपने-अपने क्षेत्रों में पराली जलाने वाले किसानों पर नजर रखने के निर्देश दिए हैं। सेटेलाइट के माध्यम से जो जानकारी प्राप्त हुई है उसके अनुसार जनपद में पहली बार इतनी अधिक पराली जलाई गई है जिसके कारण पूरा जनपद प्रदूषण की चपेट में आ गया हताश उच्चतम न्यायालय के निर्देशों के अनुपालन में पराली जलाने वाले किसानों के खिलाफ अपराधिक मुकदमे पंजीकृत होना तय है।सं सोनियावार्ता